नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने बुधवार को तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पश्चिम बंगाल चुनाव कार्यक्रम में बदलाव के सुझाव को खारिज कर दिया. वहीं एक अन्य पत्र में चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों को ताकिद किया है कि चुनावी रैली के दौरान कोविड-19 प्रोटोकाल तोड़ने पर आपदा प्रबंधन कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है.

टीएमसी ने चुनाव आयोग से पश्चिम बंगाल चुनाव में तीन चरणों के शेष चुनाव कार्यक्रम को एक में शामिल करने की मांग की थी, वहीं कांग्रेस ने आयोग से रमजान के खत्म होने तक चुनाव प्रक्रिया को स्थगित करने की मांग की थी. अपने पत्र में कांग्रेस ने कहा था कि इससे कोविड के नए मामलों में तब तक कमी भी आ जाएगी. चुनाव आयोग ने दोनों ही पार्टियों को दिए गए जवाब में सुझाव को कानूनी और संसाधनों के लिहाज से नकार दिया.

चुनाव आयोग ने टीएमसी को दिए गए जवाब में कहा कि चुनाव की योजना काफी पहले ही तैयार कर ली जाती है, और इसके लिए बहुत सारी बातों को ध्यान रखना पड़ता है. इसलिए तारीख में बदलाव करना मुमकिन नहीं है. वहीं कांग्रेस के रमजान के बाद चुनाव के प्रस्ताव पर आयोग ने लिखा कि पश्चिम बंगाल विधानसभा का कार्यकाल 30 मई 21 को खत्म हो रहा है, ऐसे में आयोग पर इस तारीख से पहले चुनाव प्रक्रिया को पूरा करने का संवैधानिक दायित्व है.