रायपुर। लोकसभा चुनाव की मतगणना में एनडीए गठबंधन एक बड़ी जीत की ओर अग्रसर नजर आ रहा है. देश के साथ प्रदेश में भी मोदी लहर का असर नजर आ रहा है. यहां रुझान में भाजपा 1 सीटों के नुकसान के साथ 9 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है वहीं 2 सीटों पर कांग्रेस आगे है. देश भर में भाजपा को मिल रही सफलता से भाजपा खेमे में खुशियों की लहर है. भाजपा कार्यालय में जश्न का माहौल है. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सूबे के सीएम भूपेश बघेल पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि ये पूरा चमत्कार इस देश ने देखा है, अकेले और अकेले जिस नाम को बदनाम करने की साजिश की गई थी. नरेन्द्र मोदी के नाम से उनके काम से पूरब पश्चिम उत्तर दक्षिण सभी जगह एक कीर्तिमान स्थापित हो रहा है. तीन सौ साढ़े तीन सौ से ऊपर लेकर एनडीए की सरकार बन रही है. बीजेपी 300 पार कर जाएगी. ये जनादेश जो मिला है यह निश्चित रुप से 5 साल के कठिन परिश्रम से मिला है मेहनत को मिला ्है, तपस्या को मिला है, गरीबों की लिए बनाई गई योजनाओं को मिला है. आम आदमी के जीवन में परिवर्तन कैसे लाया जा सकता है, 55 साल और 5 साल की तुलना हम एक साथ कर सकते हैं. ये अमित शाह का कठिन परिश्रम और नरेन्द्र मोदी की टीम ने जो काम किया है. गरीबों के लिए बड़ी बड़ी योजनाएं लेकर आए हैं. आज जिसका मजाक उड़ाया करते थे. 8 करोड़ घरों में शौचालय, 7 करोड़ से ज्यादा घरों में गैस का सिलेंडर के साथ चूल्हा देने की योजना के साथ आयुष्मान जैसी योजना जनधन योजना का चमत्कार हुआ है.

रमन सिंह ने एनडीए गठबंधन को मिल रही सफलता का श्रेय पीएम नरेन्द्र मोदी को देते हुए कहा कि मुझे लगता है कि ये पूरा जनादेश नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आने वाले पांच साल हिन्दुस्तान दुनिया के सबसे विकसित राष्ट्र के श्रेमी में हो. और ऐसा नेतृत्व जिसे समाज के सभी वर्गों ने साथ दिया, समाज के सभी वर्गों ने बहुमत दिया. पश्चिम बंगाल उड़ीसा से लेकर दक्षिण के सभी राज्यों में हमारी बेहतर स्थिति हुई है.

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की दिख रही हार का ठीकरा रमन सिंह ने सीएम भूपेश बघेल पर फोड़ा है और इसे बदलापुर की राजनीति का परिणाम बताया है.  उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में मै कहना चाहूंगा कि 11 में 11 सीट का दावा करने वाले यहां के मुख्यमंत्री यहां के 11 के 11 सीट जीतने की बात करने वाले पांच महीने में छत्तीसगढ़ की जनता ने उसके गाल में करारा तमाचा मारा है. क्योंकि जो असफलता हुई है, जिस प्रकार छत्तीसगढ़ की जनता ने पांच साल का कुशासन देखा है (रमन सिंह की यहां जुबान फिसल गई 5 माह की जगह 5 साल कह दिया). जिस प्रकार छत्तीसगढ़ की जनता ने पूरी तरह से रिजल्ट दिया है. जिस प्रकार अभी 11 में से 9 दिखा रहा है. लेकिन हम 11 में से 11 सीटों में आखरी तक बढ़त लेंगे. और छत्तीसगढ़ की जनता ने बता दिया है कि भाजपा के साथ यहां की जनता है. एक बार भ्रम और गलतफहमी हो गई थी. लेकिन छत्तीसगढ़ की जनता ने उस गलतफहमी को दूर किया है और कांग्रेस को सबक सिखाया है कि बदलापुर की राजनीति छत्तीसगढ़ में नहीं चल सकती. आतंक और भय की राजनीति छत्तीसगढ़ में नहीं चल सकती. मामले मुकदमे की राजनीति छत्तीसगढ़ में नहीं चलती यह शांति प्रिय प्रदेश है छत्तीसगढ़. जहां सिर्फ डवलपमेंट की बात होती है, जो 15 साल हमने विकास किया है उसके सारे काम  ठप्प कर दिया है. इसलिए जनता ने यह करारा जवाब दिया है. इसको सबक लेना चाहिए भूपेश बघेल और उनके साथियों को. जो कल उनके बयान आए थे कोई दस सीट की बात कर रहा है कोई नौ सीट की बात कर रहा है. कोई व्यक्ति कह रहा है मुझे मुख्यमंत्री नहीं बनाए इसलिए हार गए. कोई समाज के ऊपर आरोप लगा रहा है. स्पष्ट रुप से ये कांग्रेस की असफलता है. मोदी जी का आशिर्वाद छत्तीसगढ़ को मिला है, उनके अभियान का बहुत बड़ा योगदान मिला है. भाजपा का एक एक कार्यकर्ता बस्तर से लेकर सरगुजा तक पूरी ताकत से लगा रहा. और आज ये पॉजीटिव रिजल्ट जो दिख रहा है अगले प्रधानमंत्री के रुप में देश उनके राजतिलक की तैयारी कर रहा है और विकास का एक स्वर्णिम युग देश को दिया है.

कांग्रेस सहित गठबंधन की नजर आ रही हार पर रमन सिंह ने राहुल गांधी को जिम्मेदार बताया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में जिसने जिसने समझौता किया, राहुल का लुटिया तो डूबा ही है. राहुल को देश ने कैसे सिरे से रिजेक्ट किया है आप उत्तरप्रदेश में देखेंगे अपन तो डूबे सनम साथ में और पार्टी को ले डूबे. चंद्र बाबू नायडू की क्या हालत हुई है आंध्र में ये देखिये आप, उत्तर प्रदेश में देखिये जहां जहां समझौता किया है वहां-वहां अन्य पार्टियों को नुकसान हुआ है. राहुल गांधी को देश ने टोटली रिजेक्ट किया है. उत्तर प्रदेश में तो एक सिरे से रिजेक्ट किया है और मुझे लगता है कांग्रेस को इससे सबक लेना चाहिए.

विपक्ष द्वारा ईवीएम को लेकर चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाने को लेकर रमन सिंह ने कहा अब हार नजदीक दिख रहा है. पराजय दिख रहा है, पराजय का आरोप किस पर लगाया जाए. अंत में उनको दिखता है एक निजी उद्योग.. ईवीएम का आरोप यदि लगाना था तो छग में राजस्थान, मध्यप्रदेश में जब कांग्रेस के पक्ष में तीन महीने पहले ही चुनाव हुए उस समय ईवीएम बहुत अच्छा था वोटिंग पीरियेड अच्छा था. जब कांग्रेस  का देश में सफाया हो रहा है तो उनको पीड़ा हो रही है तकलीफ हो रही है, मशीन को गाली मत दीजिये योजनाओं को ठीक कीजिये, जनता के बीच जाईये. कागजी कार्रवाई करने से, नारेबाजी कराने से कुछ नहीं होता. नरेन्द्र मोदी को अपमानित लगातार देश की सभाओं में राहुल गांधी ने किया. देश की जनता ने उस नारे को रिजेक्ट करते हुए नरेन्द्र मोदी के ऊपर विश्वास प्रकट किया. और इतने भद्दे और गंदे कमेंट करने वाले नेताओं को सबक सिखाया कि गरिमा की राजनीति होनी चाहिए, मर्यादा की राजनीति होनी चाहिए. प्रधानमंत्री के ऊपर क्या बोलना है यह तय होना चाहिए.

छत्तीसगढ़ में भी भाजपा की वापसी पर रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता ने बीजेपी और नए चेहरे को निश्चित रुप से स्वीकार किया है. हमने छत्तीसगढ़ में मोदी जी के नाम से वोट मांगा है और सारे प्रत्याशी नए चेहरे थे निश्चित रुप से हमें उसका लाभ मिला है. पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में हमारी शानदार इंट्री हुई है. सभी राज्यों के रिजल्ट आप देखेंगे. अभी 350 का जो रुझान दिख रहा है वो नतीजे में परिवर्तित होंगे. देश के अंदर पूरी तरह से कांग्रेस को रिजेक्ट किया है. कई राज्यों में कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पाई है. और कांग्रेस की जो गलती से सरकारें बनी है उन सरकारों की भी हालत खराब है.

दुर्ग लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी के बड़े अंतर से पिछड़ने पर रमन सिंह ने चुटकी लेते हुए कहा कि उनके खुद के पाटन से लेकर दुर्ग में चार-चार मंत्री हैं. चार मंत्री बड़े बड़े बात करते थे बड़े-बड़े काम करते थे और मुख्यमंत्री बनाया गया, मंत्री बनाया गया, गृहमंत्री बनाया गया. बड़े बड़े विभाग दिये गए. दुर्ग में सबसे बड़ी जीत भाजपा की होगी. कांग्रेस ने जिस तरह से झूठे वादे करके सरकार में बनी है. जनता ने उन वादों को नकारा है और भूपेश के नेतृत्व को एक सिरे से खारिज कर दिया है.

प्रदेश में विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार और लोकसभा चुनाव में मिल रही जीत को जनता का पश्चाताप बताते हुए उन्होंने कहा कि जनता को इस बात का पश्चाताप हुआ कि 15 साल की एक बेहतर सरकार को उन्होंने रिजेक्ट किया एक भ्रम के जाल में छत्तीसगढ़ की जनता आ गई. मगर उन्हें तुरंत फिर पश्चाताप होने लगा और पश्चाताप का असर ये दिख रहा है कि उस पश्चाताप को ठीक करने के लिए लोकसभा में शानदार रिजल्ट आया.