नई दिल्ली। इजरायल के पेगासस (Pegasus) सॉफ्टवेयर के जरिए फोन टैपिंग और जासूसी की रिपोर्ट आने के बाद बवाल मचा हुआ है. Pegasus Scandal : विपक्षी नेताओं, पत्रकारों, केंद्रीय मंत्रियों समेत चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को भी Pegasus स्पाइवेयर का इस्तेमाल करने वाली अज्ञात कंपनी ने अपना निशाना बनाया था.  इस मामले में प्रशांत किशोर ने कहा कि पांच बार मोबाइल हैंडसेट बदला, लेकिन हैकिंग जारी है. द वायर की रिपोर्ट में फोरेंसिक विश्लेषण के हवाले से लिखा गया है कि प्रशांत किशोर के फोन से हालही 14 जुलाई को छेड़छाड़ की गई थी.

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का बड़ा बयान

प्रशांत किशोर ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी के प्रचार में बड़ी भूमिका निभाई थी, जिसके बाद भाजपा स्पष्ट बहुमत के साथ सत्ता में आई थी. इसके बाद से भाजपा की कई विरोधी पार्टियों ने उनसे संपर्क किया. प्रशांत किशोर ने उन पार्टी के लिए काम भी किया. हालही में पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और तमिलनाडु में एमके स्टालिन की जीत का भी श्रेय उन्हें दिया गया.

300 भारतीय नंबरों की हैकिंग लिस्ट 

द वायर की रिपोर्ट में बताया गया कि 300 भारतीय नंबरों की हैकिंग लिस्ट मिली है, जिन्हें निशाना बनाया गया. कांग्रेस नेता राहुल गांधी, टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और दूसरे केंद्रीय मंत्री प्रह्ललाद पटेल का नंबर भी उस हैकिंग लिस्ट में शामिल था. 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले 2018-2019 के बीच इन नंबरों को निशाना बनाया गया था. हालांकि, इस मामले पर सरकार की ओर से भी सफाई आई थी. सरकार ने हैकिंग में शामिल होने से साफ इनकार किया है.

इस मामले को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार क़ानून और संविधान की हत्या कर रही है. मोदी सरकार ने देशद्रोह किया है, राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ किया है. मोदी सरकार बेडरूम की बातें भी सुन रही है.

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