रायपुर- मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय और रायपुर प्रेस क्लब द्वारा आज मोतीबाग स्थित प्रेस क्लब में निर्वाचन और मीडिया विषय पर संवाद का आयोजन किया गया. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने कार्यक्रम में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया के प्रतिनिधियों को निर्वाचन के दौरान मीडिया से संबंधित कानूनों और आदर्श आचार संहिता के विभिन्न प्रावधानों की जानकारी दी. साथ ही उन्हें पेड न्यूज, मीडिया मॉनिटरिंग एवं एमसीएमसी के कार्यों के बारे में विस्तार से बताया गया. मीडिया प्रतिनिधियों को सी-विजिल एप, वोटर हेल्पलाइन एप और राष्ट्रीय शिकायत निवारण पोर्टल (National Grievance Portal) के बारे में भी जानकारी दी गई.

प्रेस क्लब में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और वीवीपैट का प्रदर्शन कर मीडिया प्रतिनिधियों को इनकी कार्यप्रणाली के बारे में भी अवगत कराया गया. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने मीडिया प्रतिनिधियों को मतदान करने की शपथ भी दिलाई.

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने निर्वाचन और मीडिया विषय पर मीडिया प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि मजबूत लोकतंत्र के लिए प्रजातंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है. वे केवल सच को प्रकाशित-प्रसारित करें. यदि कहीं जनता में भ्रम की स्थिति है, तो उनका भ्रम दूर करें. उन्होंने कहा कि मीडिया संस्थान खबरों के प्रकाशन-प्रसारण में संयम बरतें. निर्भीकता के साथ सही और निष्पक्ष समाचार दें. सुब्रत साहू ने उम्मीद जताई कि लोकतांत्रिक व्यवस्था को सफल बनाने में मीडिया गंभीरता और जिम्मेदारी से अपनी भूमिका निभाएगी.

जनसंपर्क विभाग के आयुक्त तारन प्रकाश सिन्हा ने कहा कि निर्वाचन में लोगों की सहभागिता बढ़ाने तथा इसकी निष्पक्षता, पारदर्शिता एवं पवित्रता स्थापित करने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है. अलग-अलग माध्यमों में मीडिया लगातार विस्तारित हो रही है. इसने सूचना को लोगों तक पहुंचाना आसान बनाया है. उन्होंने आजादी के पहले के प्रेस के कार्यों का जिक्र करते हुए उनकी भूमिका को रेखांकित भी किया. सिन्हा ने कहा कि मीडिया की समाज में सशक्त और सक्रिय भूमिका है. लोकतंत्र को सफल बनाने में मीडिया से गंभीरता, निष्पक्षता और जवाबदेही की अपेक्षा है.

पूर्व राज्य निर्वाचन आयुक्त डॉ. सुशील त्रिवेदी और वरिष्ठ पत्रकार रमेश नैय्यर ने भी निर्वाचन और मीडिया विषय पर अपने विचार व्यक्त किए. डॉ त्रिवेदी ने कहा कि आदर्श आचार संहिता के प्रभावी रहने के दौरान मीडिया प्रतिनिधियों को लोकप्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 और भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों के दायरे में काम करना चाहिए. नैय्यर ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग लगातार निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से निर्वाचन प्रक्रिया संपन्न करा रही है. हमारी निर्वाचन व्यवस्था अब इतनी परिपक्व हो गई है कि आसपास के देश हमसे सीख रहे हैं और हमारी प्रक्रियाओं को अपना रहे हैं.