रायपुर. जब मौसम की मार के आगे सब बेबस हो जाते हैं, तब इंसान का हौसला ही उसे आगे बढ़ाता है. प्रदेश के वनाच्छादित क्षेत्र कांकेर के पखांजूर से ऐसा ही एक वाकया सामने आया. पखांजूर के बांगोघोड़िया गांव में खराब ट्रांसफार्मर बदलने के लिए विद्युत कर्मियों ने प्रतिकूल परिस्थिति होने पर भी नए ट्रांसफार्मर को डोंगी (छोटी नाव) में रखकर नदी पार पहुंचाया. जल्द ही उसे बदलकर वहां के घरों की बिजली बहाल की.
दरअसल, पखांजूर के कार्यपालन अभियंता आदित्य ठाकुर ने बताया कि कोटरी नदी के पार लगभग 20-30 घरों वाले गांव बांगोघोड़िया में ट्रांसफार्मर में खराबी आने से बिजली की आपूर्ति प्रभावित हो गई थी. ऐसे में पखांजुर के सहायक अभियंता आरएस करपाल और छोटेबेठिया वितरण केन्द्र के कनिष्ठ अभियंता डोमेंद्र ठाकुर नया ट्रांसफार्मर लेकर बांगोघोड़िया के लिए रवाना हुए. लेकिन मौसम की प्रतिकूलता और नदी नाले के उफान में होने के कारण गांव का सड़क संपर्क सभी तरफ से टूट गया था. ऐसे में गांव में नया ट्रांसफार्मर पहुंचाने के लिए बीच में पड़ने वाली कोटरी नदी को पार करना ही एक मात्र रास्ता था. लगभग तीन सौ पचास किलो वजनी ट्रांसफार्मर को नदी पार कराने के लिए वहां कोई बड़े जेट का नहीं बल्की स्थानीय लोगों का सहारा डोंगी था.
पखांजूर के एई करपाल अपने लाइन स्फाफ सहित ट्रांसफार्मर को बेचाघाट से डोंगी में लादकर बांगोघोड़िया के पार पर ले गए. स्थानीय ग्रामीणों की मदद से डोंगी में लाए गए इस ट्रांसफार्मर को ट्रेक्टर में भरकर गांव में ले जाया गया. उसके बाद बिजली कंपनी के लाइन स्टाफ ने बिना समय गंवाए बंद ट्रांसफार्मर को बदलकर गांव की बिजली आपूर्ति बहाल की. विद्युत कंपनी के कर्मचारियों की इस जीवटता से किये कार्य के लिए ग्रामीणों ने उनके प्रति आभार जताया. जगदलपुर क्षेत्र के कार्यपालक निदेशक एस के ठाकुर ने कर्मियों की इस समर्पण भावना की प्रशंसा करते हुए कहा कि कंपनी के हर कर्मी के लिए उपभोक्ता हित ही सर्वोपरि है.