आशुतोष तिवारी, जगदलपुर. बस्तर संभाग के सातों जिले के बिजली उपभोक्ताओं पर करीब 1.47 अरब रुपये का बिजली बिल बकाया है, जिसमें सबसे अधिक 85 करोड़ शासकीय विभाग पर बकाया शामिल है. शासकीय विभाग नोटिस जारी करने के बाद भी बकाया भुगतान करने में कोई रुचि नहीं दिखा रहे हैं. इसके कारण विभागों का बकाया बढ़ता जा रहा है.

विद्युत वितरण कंपनी की ओर से मार्च अंत तक बिजली बिल की बकाया राशि शत प्रतिशत वसूली करने अभियान चलाया जाता है. इस दौरान बाकायादारों की लाइन डिस्कनेक्ट भी किया जाता है. वहीं शासकीय विभागों को नोटिस जारी की जाती है, लेकिन विभाग बकाया भुगतान करने में रुचि नहीं दिखाते. यही वजह है कि शासकीय विभागों में सबसे अधिक बिजली बिल का बकाया है. इधर बारिश के कारण अब बकाया वसूली अभियान ठंडे बस्ते में चला गया है. गौरतलब है कि हर वर्ष मार्च के महीने में वसूली का टारगेट पूरा करने का आदेश जारी होता है. इसके बावजूद भी वसूली पूरी नहीं हो पाती.

जानिए कहां कितना बकाया

विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जगदलपुर ग्रामीण में 18.84 करोड़, जगदलपुर शहर में 13.22 करोड़, दंतेवाड़ा में 16.14 करोड़, बीजापुर में 7.35 करोड़, सुकमा में 22.35 करोड़, कांकेर में 11.11 करोड़, भानुप्रतापपुर में 7.43 करोड़, नारायणपुर में 13.04 करोड़, कोंडागांव में 15.14 करोड़ एवं पखांजुर में 14.72 करोड़ का बिजली बिल बकाया है. विद्युत वितरण कंपनी जगदलपुर क्षेत्र के कार्यपालक निदेशक एसके ठाकुर ने बताया कि कार्यपालन सहायक और कनिष्ठ अभियंताओं को निर्देश दिया गया है कि वे फ्यूज कॉल के साथ-साथ बकाया की वसूली करें.