रमेश सिन्हा, पिथौरा. सरायपाली के सागरपाली में विद्युत विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते एक विद्युतकर्मी की मौत हो गई. सागरपाली 33 केवी सब स्टेशन में फॉल्ट होने पर सुधार कार्य करने लाइन हेल्पर भैरोसिंह सीदार विद्युत पोल पर चढ़ा था. अधिकारियों से बिजली कटौती का परमिट भी लाया था, तभी अचानक तार पर करंट प्रवाहित होने से युवक की मौत हो गई.
सागरपाली सब स्टेशन में ठेका कर्मी 22 वर्षीय युवक भैरोसिंह सीदार पिता मधुसूदन निवासी ग्राम रुढा अपने उच्च अधिकारियों के निर्देश पर चिवराकुटा क्षेत्र में फॉल्ट आने की सूचना मिलने पर सुधारने के लिए सिंघोडा रेस्ट हाउस के पास पहुंचा. शाम 5 बजकर 20 मिनट में सब स्टेशन से लाइट कटौती की अनुमति लेकर सुधार कार्य के लिए पोल पर चढ़ा था, लेकिन अनुमति लेने के 10 मिनट बाद लाइट कटौती न होने के कारण वह हाई वोल्टेज तार में करंट की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई.
भैरोसिंह ने 5ः20 को परमिट लिया और 5ः30 को उसकी मौत हो गई तो पुनः 6 बजकर 30 मिनट पर उसी के द्वारा परमिट लेने सब स्टेशन में कैसे उल्लेख किया गया. क्या मृत व्यक्ति लाइट कटौती के लिए अनुमति ले सकता है. यह जांच का विषय है. इस तरह और भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
परिजनों ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग उठाई
परिजनों का आरोप है कि लाइन हेल्पर को लाइन सुधारने के लिए आवश्यक उपकरण नहीं दिया गया था और परमिट लेने के बाद भी जान बूझकर बिजली सप्लाई चालू की गई थी. विद्युत बंद चालू करने वाले व उनके ठेकेदार तथा विद्युत विभाग के कर्मचारियों की घोर लापरवाही के चलते उनके बेटे की जान चली गई, दोषियों के ऊपर उचित कार्रवाई होनी चाहिए.
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