दिल्ली। उत्तर प्रदेश में सरकार द्वारा बिजली विभाग का निजीकरण करने के विरोध में पूरे प्रदेश के बिजली कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं।
इस दौरान बिजली कर्मचारियों ने सोमवार को पूरे दिन कार्य बहिष्कार किया। जिससे फॉल्ट की मरम्मत समेत उपभोक्ता सेवाओं से जुड़े कामकाज प्रभावित रहे। यहां तक कि राज्य के ऊर्जा मंत्री के आवास सहित राज्य के कई इलाकों में गंभीर बिजली संकट रहा। इस बीच ऊर्जा प्रबंधन और जिला प्रशासन ने बिजली सप्लाई बहाल रखने के लिए पुलिस के पहरे के साथ कई वैकल्पिक इंतजाम किए, लेकिन कर्मचारियों की हड़ताल के आगे सभी फेल हो गए।
निजीकरण के खिलाफ सोमवार से बिजली कर्मियों का प्रदेशव्यापी अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार शुरू हो गया। बिजली विभाग के मुख्यालय ऊर्जा भवन पर जमा हुए बिजली कर्मियों ने सरकार पर जोरदार हमला बोला। इस दौरान कैश काउंटर और कार्यालय बंद रहने से न तो बिल जमा हो सके और न ही कनेक्शन संबंधी काम हो सके। लोगों को मायूस होकर लौटना पड़ा। पूरे प्रदेश में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था ध्वस्त हो गई है।