कर्ण मिश्रा,ग्वालियर। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में जल्द ही बिजली उपभोक्ताओं को महंगाई का झटका लग सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि बिजली के दामों में वृद्धि (hike in electricity rates) की संभावना है. बिजली कंपनियों ने विद्युत नियामक आयोग को बिजली दर वृद्धि की रिपोर्ट प्रस्तुत की है. ऐसे में वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए लगभग 3 से 4 % तक वृद्धि की जा सकती है. बिजली दरों में व्रद्धि की अटकलों पर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर (Pradyuman Singh Tomar) का कहना है कि बिजली कंपनियों ने विद्युत दर वृद्धि की रिपोर्ट विद्युत नियामक आयोग (Electricity Regulatory Commission) को दी है. इस मामले पर नियामक आयोग को फैसला लेना है उसके बाद ही कुछ साफ हो सकेगा.

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बीते साल के वित्तीय वर्षों में हुई वृद्धि की जानकारी

वित्तीय वर्ष 2019-20 में विद्युत दर में 7% वृद्धि हुई.

वित्तीय वर्ष 2020-21 में विद्युत दर में 1.98% वृद्धि हुई.

वित्तीय वर्ष 2021-22 में विद्युत दर में 0.63% वृद्धि हुई.

वित्तीय वर्ष 2022-23 में विद्युत दर में 2.64% वृद्धि हुई.

गौरतलब है कि विद्युत कंपनियों ने बीते वित्तीय वर्ष में टेरिफ वृद्धि के पीछे कोयला, तेल और वेतन जैसे खर्चो में हो रही वृद्धि को कारण बताया था. प्रदेश में 1 करोड़ 70 लाख उपभोक्ता हैं. इनमें से एक करोड़ 20 लाख घरेलू उपभोक्ता है. वही अटल ग्रह ज्योति योजना में 150 यूनिट तक की मासिक खपत वाले लगभग एक करोड़ घरेलू उपभोक्ता है.

जिन पर अधिकतम 4 रुपये प्रति माह का अधिकतम भार अंतिरिम बिजली दर वृद्धि के दौरान आया था. इस दौरान वित्तीय वर्ष 2021-22 में लगभग 21000 करोड़ की सब्सिडी राज्य सरकार द्वारा बहन की गई थी. साथ ही वर्ष 2022-23 में लगभग 22500 करोड़ रुपए बतौर सब्सिडी बहन किए गए थे.

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