बिजनौर. अमानगढ़ टाइगर रिजर्व के केहरीपुर बीट के किनारे एक 30 वर्षीय हाथी का शव सौर ऊर्जा से चलने वाले बाड़ में उलझा हुआ मिला है. पिछले दिसंबर के बाद से रिजर्व में मरने वाला यह चौथा हाथी है. रिजर्व में करीब 104 हाथी हैं.

बिजनौर के संभागीय वन अधिकारी अनिल कुमार पटेल ने इसे सौर ऊर्जा के बिजली के झटके से एक जंबो मरने का दुर्लभ मामला बताते हुए कहा कि एक किसान जिसकी भूमि रिजर्व की सीमा से लगती है, ने अपनी फसल की रक्षा के लिए सौर बाड़ लगाई थी. उन्हें संदेह है कि खराबी के कारण हाथी की मौत हो सकती है. पशु चिकित्सकों की एक टीम को मौत के सही कारण की जांच करने के लिए कहा गया है.

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हाथी की मौत 3 फरवरी को रिजर्व में गड्ढे में फंसे तीन महीने के हाथी के बच्चे की मौत के एक महीने बाद हुई थी. 3 जनवरी को, एक हाथी की बीमारी से मृत्यु हो गई और 27 दिसंबर, 2021 को, एक हाथी ने लड़ाई के दौरान लगी चोटों के कारण दम तोड़ दिया.