लोकेश साहू, धमतरी। धमतरी पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम ने पांच साल पहले हाथी के बच्चे की मौत के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से हाथी दांत के साथ ही दफनाए गए शव के अवशेष बरामद किये हैं।
बताया जा रहा है कि ग्राम पंचायत भंडारवाडी के आश्रित ग्राम सिरकट्टा में करीब 5 वर्ष पूर्व साल 2015 में चैनसिंह मरकाम ने अपने खेत के चारों तरफ बिजली तार का घेरा लगाकर उसे विद्युत करंट से जोड़ दिया था। इसी बीच एक हाथी के बच्चे की खेत में लगे विद्युत करंट की चपेट में आने से मौके पर मौत हो गई। आवाज सुनकर चैनसिंह मरकाम और उसके दो पुत्र रंजीत व संजीत मौके पर पहुंचे। आरोपियों ने घटना को छिपाने के उद्देश्य से मृत हाथी के बच्चे को कुल्हाड़ी से दो टुकड़ों में काट डाला, फिर जमीन में गड्ढा खोदकर वहीं खेत में दफन कर दिया।
घटना के 2 साल बाद रंजीत और संजीत ने उस जगह को फिर से खोदकर 2 नग हाथी दांत को निकालकर अपने पास छिपाकर रख लिया। इस बात की जानकारी मिलने पर थाना प्रभारी दुगली विनय कुमार पम्मार ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक बी पी राजभानू एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा ठाकुर रावटे के निर्देशन व पुलिस अनुविभागीय अधिकारी नगरी नीतिश ठाकुर के मार्गदर्शन में सूचना की तस्दीक करते हुए संदेही चैनसिंह मरकाम और उसके दोनों पुत्र को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया।
पूछताछ में तीनों ने अपराध कबूल करते हुए मृत हाथी के बच्चे को गड्ढा खोदकर जमीन में दफन करना और 2 साल बाद दोबारा खोदकर 20-20 इंच के 2 नग दांत निकालकर अपने पास छुपाकर रखना बताया। आरोपियों की निशानदेही पर कार्यपालिक मजिस्ट्रेट, वन विभाग एवं पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में 2 नग हाथी दांत व घटना में प्रयुक्त कुल्हाड़ी को जब्त किया गया. आरोपियों के विरुद्ध धारा 429, 201,34 भादवि एवं वन अधिनियम की धारा 49, 51 के तहत कार्यवाही करते हुए गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।