बलरामपुर/ कोरबा. बलरामपुर जिले के धमनी वन परिक्षेत्र में हाथियों का उत्पात देखने को मिला है. जहां पर 7 हाथियों के दल ने ऊंचेरुवा गांव में एक घर को तोड़ते हुए उसमें रखे हुए PDS के चावल को नुकसान पहुंचाते हुए करीब दो एकड़ की फसल को भी बर्बाद कर दिया है. जिसके बाद मौके पर पहुंचकर वन विभाग की टीम अब नुकसान का आंकलन करने में जुटी हुई है. वहीं कोरबा जिले के कटघोरा में भी हाथियों का झुंड देखा गया, हालांकि यहां हाथियों के दल ने ज्यादा नुकसान नहीं किया है.

दरअसल बलरामपुर जिले में इन दिनों 49 हाथियों का अलग-अलग दल जिले के अलग-अलग वन परिक्षेत्रों में अपना डेरा जमाए हुए है, उन्हीं दल में से 7 हाथियों का दल धमनी वन परिक्षेत्र में विचरण कर रहा है. जो बीती रात ऊंचेरुवा गांव में एक घर में तोड़फोड़ करते हुए घर के  भीतर रखे हुए PDS के चावल की करीब 25 बोरियों को नुकसान पहुंचाया है. इसके अलावा हाथियों के दल ने गांव में करीब दो एकड़ की खड़ी फसल को भी पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है. हाथियों द्वारा किए गए नुकसान का आंकलन के लिए वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर  मुआवजे के लिए प्रकरण तैयार कर रही है. जिसके बाद प्रभावित ग्रामीण को जल्द ही मुआवजे की राशि दी जाएगी.

वहीं कोरबा के कटघोरा ब्लॉक से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर चोटिया के समीप हाथी का एक बच्चा गड्ढे में गिर गया. वन विभाग की टीम ने उसे निकालने का प्रयास किया, लेकिन कर्मी हाथियों के झुंड को देखकर काफी भयभीत थे. कारण था हाथियों के झुंड के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई थी. आवागमन करने वाले यात्रियों में भी दहशत का माहौल था. इतना ही नहीं एक हाथी जो सड़क के किनारे लगी रेलिंग को काफी क्रोध में तोड़ते देखा गया. वन कर्मियों ने जेसीबी की मदद से हाथी के बच्चे को गड्ढे से बाहर निकाला और उसे ढकेल कर उस छोर पर ले गए, जहां हाथियों का झुंड मौजूद था.