हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्यप्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एलिवेटेड ब्रिज चोरी होने की शिकायत पुलिस से की है। शिकायत पत्र में मुख्यमंत्री समेत लोक निर्माण मंत्री और मुख्य सचिव लोक निर्माण को आरोपी बताया है।

दरअसल 15 महीने की कांग्रेस सरकार में लोकनिर्माण विभाग के मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने एलआईजी चौराहे से लेकर शिवाजी वाटी तक एलिवेटेड ब्रिज बनाने का टेंडर हुआ था, मगर भाजपा सरकार में एलिवेटेड ब्रिज की फाइल ही गायब हो गई। कांग्रेस ने इस पूरे मामले में ब्रिज चोरी की शिकायत की है। कांग्रेस का कहना है अगर ब्रिज का निर्माण होता तो लाखों इंदौरवासियों को यातायात दबाव से मुक्ति मिलती, मगर भाजपा के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव की नाक के नीचे से ब्रिज चोरी हो गया। उसी को ढूंढने एवं आरोपी को पकड़ने के लिए एमआईजी पुलिस को ज्ञापन सौंपा है।

प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर भले ही स्वच्छता के मामले में नंबर वन हो, लेकिन ट्रैफिक के मामले में अब भी इंदौर कई समस्याओं से गुजर रहा है, जहां लगातार ट्रैफिक से जुड़ी समस्याओं के मामले सामने आते रहते हैं। ऐसे में लगातार शहर में ब्रिज बनाने की मांग उठती रही है, जिसे देखते हुए तमाम सरकारों ने ब्रिज बनाने की कवायद भी शहर के व्यस्ततम मार्गों पर की है। नगरी निकाय चुनाव में कांग्रेस के घोषणा पत्र (वचन पत्र) में महापौर प्रत्याशी संजय शुक्ला ने अपने पैसों से पांच एलिवेटेड ब्रिज बनाने की घोषणा की है। इसके साथ ही कोरोना वायरस पीड़ितों को 20- 20 हजार के मदद करने के वादे किए है।

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