सरगुजा। कौशल विकास केंद्र प्रदेश के युवाओं को उन्नत रोजगार के अवसर मुहैया कराने में प्रयासरत है. साल 2020-21 में कोरोना महामारी के बावजूद केंद्र ने 571 युवाओं को ट्रेनिंग दिया. जिसमें से करीब 100 को प्रशिक्षण के समापन और प्रमाणन के बाद प्लेसमेंट ड्राइव और साक्षात्कार के माध्यम से देश के अलग-अलग हिस्सों में नौकरी की पेशकश की गई है.

अदाणी स्किल डेवलपमेंट सेण्टर (एएसडीसी)- साल्ही (सरगुजा) ने पाठ्यक्रमों के अनुसार संभावित नियोक्ताओं के साथ लेटर ऑफ इंटेंट (एलओआई) और मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) भी किया है. जिसके अंतर्गत रोडमाइन्स अपैरल, सेंचुरी अपैरल प्राइवेट लिमिटेड, अरविंद मिल्स, जय भारत मारुति, हायर इंडिया, टाटा जैसी कंपनियों में प्रशिक्षणार्थियों को नियुक्त किया गया है. जबकि लगभग 300 प्रशिक्षुओं को स्वरोजगार से जुड़ने और जरूरतमंदों का सहायक बनने में मदद मिली है.

राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (आरआरवीयूएनएल) के स्वामित्व वाले परसा ईस्ट केते बासन कोल ब्लॉक के माइन डेवलपर और ऑपरेटर (एमडीओ) के रूप में कार्यरत अदाणी ग्रुप ने अदाणी फाउंडेशन के जरिए परियोजना स्थल के आसपास के ग्रामों के शिक्षित युवाओं के कौशल विकास के लिए अत्याधुनिक कौशल विकास केंद्र स्थापित किया है.

कौशल विकास केंद्रों के माध्यम से हजारों युवाओं को प्रशिक्षण के साथ रोजगार के नए-नए अवसर प्राप्त हो रहे हैं. वर्ष 2017 से सरगुजा स्थित अदाणी कौशल विकास केंद्र से विभिन्न पाठ्यक्रमों में 3500 से अधिक युवक- युवतियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है. उनमें से लगभग 510 प्रशिक्षुओं को देश की प्रतिष्ठित कंपनियों के साथ कार्य करने का मौका मिला है.

बता दें कि अदाणी कौशल विकास केंद्र द्वारा स्थानीय युवाओं की आवश्यकता व कौशल के अनुसार कुल 35 पाठ्यक्रम तैयार किये गए हैं. इनमें सिलाई मशीन ऑपरेटर, फ़ूड एवं बेवरेज सर्विस, माइनिंग मैकेनिक, फिटर मशीनिस्ट और सहायक इलेक्ट्रीशियन सेक्टर्स को प्रमुख रुप से शामिल किया गया है. इसके अंतर्गत ट्रेनीज को 30 दिनों से 60 दिनों की अवधि तक ऑनलाइन और हाइब्रिड प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है. इसके लिए 4 थ्योरी क्लास रूम, 5 लैब, 30 कंप्यूटरों की 1 आईटी लैब, 25 टैबलेट व लाइब्रेरी की व्यवस्था की गई है. प्रयोगशालाओं को उच्च प्रशिक्षण उपकरणों और सौर संयंत्र से सुसज्जित रखा गया है.

अदाणी स्किल डेवलपमेंट सेण्टर साल्ही में उपर्युक्त अवधि के अलावा प्रत्येक ट्रेड में 40 घंटे के आईटी और सॉफ्ट स्किल पर प्रशिक्षण के साथ उद्यमिता पर प्रशिक्षण भी अनिवार्य किया गया है. यहां तकनीकी ट्रेडों के अलावा, डिजिटल साक्षरता, बुनियादी कार्यात्मक अंग्रेजी और 5S जैसे गैर-डोमेन पाठ्यक्रमों पर प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. राष्ट्रीय कौशल विकास केंद्र से भागीदार होने के नाते मूल्यांकन और प्रमाणन प्रक्रिया नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क और सेक्टर स्किल कॉउन्सिल के मानदंडों के अनुरूप होती है. प्रत्येक ट्रेनी को कोर्स सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद असेसमेंट और सर्टिफिकेशन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है.

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