जांजगीर चांपा. सेवा सहकारी समिति तुलसी एवं किरीत में धान खरीदी में करोड़ों के गबन मामले में फरार आरोपी तुलसी के धान खरीदी केंद्र प्रभारी को पुलिस ने कोरबा से गिरफ्तार किया है. कुछ और लोगों की प्रकरण में संलिप्तता जल्द उजागर होगी. इस मामले में किरीत के धान खरीदी केंद्र प्रभारी आरोपी रामनारायण कश्यप को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है.

नवागढ़ थाना में प्रार्थी अश्वनी पांडेय नोडल अधिकारी जिला सहकारी केंद्रीय बैेक नोडल कार्यालय जांजगीर ने 8 फरवरी 2022 कोे मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि ग्राम तुलसी के धान खरीदी केंद्र प्रभारी अजय प्रकाश नागेश, ग्राम किरीत धान खरीदी केंद्र प्रभारी रामनारायण कश्यप एवं अन्य ने धान खरीदी वर्ष 2021-22 में सेवा सहकारी समिति तुलसी एवं किरीत में फर्जी पंजीयन नवीनीकरण करते हुए 1294.71 क्विंटल धान की खरीदी की, जिसका समर्थन मूल्य राशि 25104982.25 रुपए का गबन किया गया है.

प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना नवागढ़ में आरोपियों के विरूद्ध अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया था. प्रकरण के आरोपी रामनारायण कश्यप को 26 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था. मामले में फरार अन्य आरोपियों के विरूद्ध विवेचना जारी रखी गई थी. मुखबीर से सूचना के आधार पर आरोपी अजय प्रकाश नागेश निवासी तुलसी को कोरबा से पकड़कर पूछताछ की गई. उन्होंने बताया कि अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर धान खरीदी प्रक्रिया के दौरान अपना अधिक निजी लाभ प्राप्त करने की योजना बनाकर किसानों की कुल रकबा में अतिरिक्त रकबा शामिल कर उस अतिरिक्त रकबा में धान समर्थन मूल्य में खरीदी कर लाभ प्राप्त किया है.

इस मामले में लोक सेवा केंद्र के कम्प्यूटर आपरेटर के साथ मिलकर आरोपियों ने कुछ किसानों के भूमि रकबा में अतिरिक्त भूमि रकबा जोड़कर तुलसी एवं किरीत के धान खरीदी केंद्र में अधिक रकबा के धान की खरीदी समर्थन मूल्य पर की गई है और उक्त खरीदी से अवैध लाभ प्राप्त किया गया. कुछ किसानों के धान बिक्री की राशि जिस खाता में आने वाली होती है उन किसानों के बैंक खाता के स्थान पर आरोपियों द्वारा अपने लोगों का खाता क्रमांक एवं नाम डालकर धान खरीदी की राशि प्राप्त की गई.

इस मामले के फरार आरोपी अजय नागेश को 23 सितंबर को गिरफ्तार किया गया. आरोपी अजय प्रकाश नागेश से धान खरीदी केंद्र तुलसी के दस्तावेज, गबन की गई राशि एवं अन्य साक्ष्य प्राप्त करने उसे पुलिस रिमांड पर लिया गया है. आरोपी को गिरफ्तार करने में निरीक्षक विवेक कुमार पांडेय, उनि सनत मात्रे, सउनि रामप्रसाद बघेल, स्वाती गिरोलकर, प्रधान आरक्षक राधेश्याम पूर्णा, मनोज तिग्गा, राजकुमार चंद्रा आर. मनीष राजपूत, रामदेव साहू एवं चैकी पंतोरा स्टाफ का योगदान रहा.