दिल्ली. पड़ोसी देश श्रीलंका में एक अभूतपूर्व संकट खड़ा हो गया है. सरकार ने देश के आतंरिक हालात को देखते हुए 10 दिन के आपातकाल की घोषणा कर दी है.

दरअसल, देश में मुस्लिम औऱ बौद्ध समुदाय के बीच कुछ सालों से बेहद तनावपूर्ण संबंध रहे हैं. देश के बौद्ध धर्मावलंबी ये लगातार आरोप लगा रहे हैं कि मुस्लिम समुदाय के लोग लगातार धर्म परिवर्तन की कोशिशों में लगे हुए हैं और बौद्ध धर्मावलंबियों को मुस्लिम धर्म में परिवर्तित करा रहे हैं.

इसी बीच देश के कैंडी इलाके में कुछ मुस्लिमों की दुकानों में आग लगा दी गई और कई मुस्लिम परिवारों को निशाना बनाकर उन पर हमला किया गया. जिसके बाद देश के इस शांतिप्रिय क्षेत्र में अराजकता का माहौल पैदा हो गया.

सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि देश में सांप्रदायिकता की आग दूसरे हिस्सों में न फैले इसके लिए सरकार ने देश में दस दिनों के आपातकाल लगाने की घोषणा की. अगर हालात नहीं सुधरे तो इसकी अवधि बढ़ाई जा सकती है.

गौरतलब है कि श्रीलंका को बेहद शांतिप्रिय देश के तौर पर माना जाता है. देश में एलटीटीई के पतन के बाद माहौल बेहद शांतिपूर्ण था. सरकार के इस फैसले के बाद भारत सरकार औऱ खुफिया एजेंसियां अलर्ट पर हो गई हैं. सामरिक दृष्टि से भारत के लिए श्रीलंका बेहद महत्वपूर्ण है. ऐसे में सरकार श्रीलंका के हालातों पर नजदीकी नजर रखे हुए है.