Bihar News: कुछ दिनों पहले ही बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय तमाम खूबियां गिनाते हुए बिहार स्वास्थ्य की तारीफ कर रहे थे. वहीं, अब आरा सदर अस्पताल से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जो उनके बयानों की पोल खोलती हुई नजर आ रही है.

दरअसल आरा सदर अस्पताल में इमरजेंसी के वक्त मरीजों को ढोने वाली गाड़ी एंबुलेंस (102) से अब सामान ढोने का काम स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी कर रहे है. आरा सदर अस्पताल में रविवार की रात एंबुलेंस के जरिए अस्पताल का सामान लाया गया. सामान लाने के बाद एक कर्मी के द्वारा स्ट्रेचर की मदद से उस सामान को इमरजेंसी के अंदर ले जाया गया.

गौरतलब है कि समय-समय पर ऐसी खबरें सामने आती रहती हैं कि मरीजों को जरूरत पड़ने पर एंबुलेंस नहीं मिल पाती है. परिजन निजी साधन व कंधे पर लेकर मरीज को अस्पताल पहुंचते हैं.

अधिकारियों के कहने पर ढोया जा रहा सामान

एंबुलेंस से सामान लेकर जा रहे व्यक्ति से सवाल किया गया तो उसने बताया कि वो पटना से सामान भरकर लाया है. बोरा में बोर्ड है, जिसे इमरजेंसी में पहुंचाना था. उससे पूछा गया कि किसके कहने पर एंबुलेंस से सामान आया है तो उसने बताया कि सदर अस्पताल के अधिकारियों के कहने पर लाया गया है. हालांकि इस मामले में सदर अस्पताल के किसी भी अधिकारी का बयान नहीं आया है. वहीं, अस्पताल के सिविल सर्जन छुट्टी पर हैं.

जांच के लिए 3 टीम का गठन

इस मामले में भोजपुर डीएम तनय सुल्तानिया ने कहा कि, तीन सदस्य जांच टीम बनाई गई है कि किस परिस्थिति में ऐसा किया गया, जो भी वीडियो प्राप्त हुआ है इसकी पुष्टि के बाद हम लोग कार्रवाई करेंगे. एंबुलेंस मरीज को पटना छोड़ने के बाद वापस आने के दौरान अस्पताल का ही कुछ सामान लाया गया था. जो भी तथ्य सामने आए हैं उसकी जांच की जाएगी और कार्रवाई होगी.

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