भुवनेश्वर। ओडिशा के भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) ने देर से कार्यालय पहुंचने वाले अपने कर्मचारियों पर शिकंजा कसने का फैसला किया है. बीएमसी ने अपने कर्मचारियों को सख्त निर्देश देते हुए ऐसे कर्मचारियों को ‘अनुपस्थित’ के रूप में चिह्नित करने की चेतावनी दी है, जो बीएमसी कार्यालय में 15 मिनट से अधिक देरी से पहुंचते हैं. Read More – Odisha News : कोविड-19 मामलों में वृद्धि के कारण अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों को सतर्क रहने के निर्देश

बीएमसी ने जारी आदेश में कहा कि, भुवनेश्वर नगर निगम के भीतर काम करने वाले सभी कर्मचारी चाहे नियमित, डीएलआर, सीएलआर, संविदात्मक, आउटसोर्सिंग और सलाहकार हों, प्रत्येक कार्य दिवस पर सुबह 9:45 बज-10:15 बजे के भीतर कार्यालय पहुंचना सुनिश्चित करेंगे. निर्धारित समय से 15 मिनट से अधिक की देरी यानी सुबह 10:30 बजे के बाद कार्यालय पहुंचने पर किसी की भी देरी को “अनुपस्थित’ के रूप में चिह्नित किया जाएगा और ‘नो वर्क नो पे’ के रूप में माना जाएगा.

कठोर कार्रवाई के पीछे का कारण बताते हुए बीएमसी ने कहा, ओडिशा सरकार ने राज्य के सतत और सर्व-समावेशी विकास की दिशा में अपनी नीति के एक हिस्से के रूप में राज्य के भीतर प्रत्येक सरकारी पदाधिकारियों की ओर से पालन किए जाने वाले 5T के मूल सिद्धांतों की परिकल्पना की है. इन 5T बुनियादी सिद्धांतों के तहत समय उन प्रमुख मापदंडों में से एक है, जिसका सरकारी कार्यों के निपटान के लिए पालन और अभ्यास किया जाना चाहिए.

बीएमसी ने यह भी बताया कि, इस तरह की प्रथा विकसित करने के लिए, आधिकारिक समय के भीतर कार्यस्थल पर आगमन सुनिश्चित करना अनिवार्य है. जल्दी आगमन से न केवल काम का तेजी से निपटान होगा, बल्कि एक स्वस्थ कार्य-जीवन संतुलन भी सक्षम होगा, जो संगठन के भीतर प्रत्येक कार्यकर्ता की कार्य कुशलता को बढ़ाएगा.