रायपुर। राजधानी में आज यानि कि शनिवार को पीडब्ल्यूडी के गुस्साएं दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों ने विभाग का घेराव किया है. कर्मचारियों ने अपनी नियमितीकरण मांगों को पूरी न होने को लेकर घेराव किया और अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. वहीं इस मामले पर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष का कहना है कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण उच्च अधिकारियों तक नियमितीकरण के लिए उनकी सूची नहीं पहुँची है. इससे पहले भी राज्या सरकार इस मुद्दे को लेकर 10 के भीतर नीयमतीकरण की घोषणा कर चुकी है. लेकिन इस मांग को 10 दिन हो गए हैं अभी तक किसी ने इसकी सुध नहीं ली है.

वहीं इस मामले पर प्रांत अध्यक्ष दिनेश प्रसाद शर्मा ने बताया कि पिछले 21-22 सालों में आज तक कलेक्टर श्रम आयुक्त ने निर्धारित दर पर विभाग में कार्यरत उच्च कुशाल, कुशल और अर्धकुशल एवं अकुशल श्रमिकों की सामान्य भविष्य निधि कटौती एवं वरिष्ठता सूची तैयार नहीं हुई है. लगातार इनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.

साथ ही सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस ने चुनाव के समय अपने घोषणा पत्र में 10 दिन में नियमित करने का वादा किया था, लेकिन तीन साल होने को है, अभी तक हम लोगों की वरिष्ठता सूची अधिकारियों द्वारा उच्चाधिकारियों को नहीं भेजी गई है, वरिष्ठता सूची नहीं भेजने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी गई है.

वहीं तृतीय वर्ग सरकारी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष विजय झा ने कहा कि भूपेश सरकार को बदनाम करने के लिए BJP से प्रभावित अधिकारी सरकार को बदनाम करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं. आज इनकी वजह से स्थिति यह है कि लोक निर्माण विभाग के कोई भी अधिकारी मंत्री ये अभी नहीं बताने की स्थिति में हैं कि उनके विभाग में कितने अनियमित कर्मचारी है. वेतन भोगी कर्मचारी हैं. सभी का आंकड़ा अलग-अलग है

साथ ही अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा है कि इन्होने भ्रष्टाचार करने का ज़रिया बना लिया है. ये भी हो सकता है कि पाँच सालों से काम कर रहे हैं और 8 लोगों का बिल बन रहा है. इसीलिए वरिष्ठता सूची बनाकर नहीं भेजा जा रहा है.