कुमार इन्दर, जबलपुर। जबलपुर में आयुध निर्माणी फैक्ट्री के निगमीकरण का विरोध शुरु हो गया है. रक्षा मंत्रायल के इस फैसले को लेकर कर्मचारी संगठनों में आक्रोश है. जिसको लेकर तीन संगठन शुक्रवार से भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. संगठनों से केंद्र सरकार पर धोखाधड़ी का आऱोप लगाया है.
बता दें कि सेना के लिए हथियार बनाने वाली जबलपुर की चारों आयुध कंपनियाें को अब चार कंपनियां चलाएंगी. जिसको लेकर भूख हड़ताल पर एआईडीईएफ, आईएनडीडब्ल्यूएफ और बीपीएमएस ने निगमीकरण का विरोध करना शुरु कर दिया है. तीनों संगठनों के नेता आज से भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने केंद्र पर लगाया पीठ पर छुरा भोंकने का आरोप लगाया है. उन्होंने केंद्र सरकार पर पूंजीपतियों की दलाली करने का आरोप लगाया है.
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हड़ताल पर बैठे आयुध निर्माणी के तीनों संगठनों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. धरने पर बैठे कर्मचारियों का कहना है कि फैसला वापस नहीं लिया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा. मांगें नहीं माने जाने तक आंदोलन जारी रहेगा.
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गौरतलब है कि सेना के लिए हथियार बनाने वाली जबलपुर की चारों आयुध कंपनियाें को अब चार कंपनियां चलाएंगी. अभी तक इन कंपनियों का संचालक रक्षा मंत्रालय के अधीन आयुध निर्माणी बोर्ड करता था. रक्षा मंत्रालय ने देश की 41 आयुध निर्माणियों को सात भागों में विभक्त कर निगम में तब्दील करने का फैसला लिया है. रक्षा मंत्रालय के इस निर्णय से कर्मचारी संगठनों में आक्रोश है और उन्होंने क्रमित भूख हड़ताल का निर्णय लिया है.
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