नई दिल्ली . राजधानी में गर्मी के दौरान बिजली की मांग 8100 मेगावाट तक पहुंच सकती है. इसको लेकर ऊर्जा मंत्री आतिशी ने मंगलवार को बिजली कंपनियों व अधिकारियों के साथ तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की. आतिशी ने कहा, ‘हमें जीरो पावर कट नीति के तहत 24 घंटे बिजली की आपूर्ति करनी है.

ऊर्जा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पिछले साल बिजली की अधिकतम मांग 7695 मेगावाट तक पहुंच गई थी. इस बार गर्मी में यह मांग 8100 मेगावाट तक पहुंच सकती है. इसे लेकर बिजली कंपनियों ने पूरी तैयारी कर रखी है. ऊर्जा मंत्री ने बिजली आपूर्ति कंपनियों से कहा कि वह मांग को देखते हुए अतिरिक्त आपूर्ति के समझौते करके रखें. इसके अलावा ऊर्जा मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि समय से पहले तैयारी होनी चाहिए.

पीक-डिमांड के दौरान गैस-बेस्ड पावर से आपूर्ति की जाएगी. ऊर्जा मंत्रालय ने एनटीपीसी से अप्रैल-मई के दौरान 5000 मेगावाट वाले गैस-बेस्ड पावर प्लांट को चालू रखने को कहा गया है. इसके अतिरिक्त दूसरी गैस-बेस्ड पावर कंपनियां अलग से 4000 मेगावाट बिजली  सप्लाई सुनिश्चित करेंगी. गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया (GAIL) गैस सप्लाई बनाये रखने को भरोसा दिया है.  सभी हाइड्रो पावर प्लांट को रीजनल और स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर्स के साथ मिलकर उपलब्धता बनाये रखने के लिए कार्य करने को कहा गया है. नए कोल-बेस्ड पावर प्लांट से 2920 मेगावाट की बिजली का उत्पादन इस महीने के आखिर तक चालू हो जाएगा. मंत्रालय से निर्देश मिलने के बाद बरौनी के दो यूनिट (2X110MW) बिजली संकट में समय में उपलब्ध कराई जाएगी.

हरित ऊर्जा पर जोर दिल्ली में इस बार बिजली की मांग पूरी करने के लिए कंपनियों ने हरित ऊर्जा को लेकर कई नए समझौते किए हैं. कंपनियों का दावा है कि इस बार बढ़ी हुई बिजली की मांग की आपूर्ति हरित ऊर्जा से करेंगे. सबसे अधिक बिजली उपभोक्ता वाली बिजली कंपनी बीएसईएस ने इस बार 1500 मेगावाट हरित ऊर्जा की व्यवस्था की है. इसमें सेकी (सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) से मिलने वाली 888 मेगावाट सौर ऊर्जा व 486 मेगावाट पवन ऊर्जा के अलावा कचरे से बनने वाली 40 मेगावाट बिजली शामिल होगी. इसके अतिरिक्त बीएसईएस क्षेत्र में लगे सौर ऊर्जा संयंत्रों से 130 मेगावाट से अधिक बिजली मिलेगी.

पावर सब-स्टेशनों के मेंटेनेंस के दिए निर्देश

ऊर्जा मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मांग के अनुसार सभी डिस्कॉम, बिजली कंपनियों के साथ अतिरिक्त बिजली टाई-अप कर के रखें. साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि पावर सब-स्टेशनों की मेंटेनेंस की जाए. जहां जरूरत है सब-स्टेशन को अपग्रेड किया जाए व बिजली की लाइनों और तारों की जरूरी मेंटेनेंस भी की जाए. जिससे पीक टाइम के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो. ऊर्जा मंत्री आतिशी ने दावा करते हुए कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार देश की पहली ऐसी सरकार है जिसने अपने नागिरकों में यह विश्वास पैदा किया है कि उन्हें बिना किसी पॉवर कट के 24 घंटे और सातों दिन बिजली मिल सकती है और हम आने वाले समय में भी बिजली की मांग बढ़ने के बावजूद लोगों के इस विश्वास को टूटने नहीं देंगे और दिल्लीवासियों को बिना किसी रोकटोक के बिजली मिलती रहेगी.