लक्ष्मीकांत बंसोड़, बालोद । लल्लूराम डॉट कॉम ने एक दिन पहले ही जिस घटनाक्रम का खुलासा कर दिया था, आज बालोद पुलिस ने उसकी पुष्टि भी कर दी. मोहला विकासखंड के शेरपार हायर सेकंडरी में पदस्थ शिक्षिका की 22 मार्च को दुर्ग स्थित घर के लिए लौटते समय सड़क दुर्घटना में हुई मौत दरअसल पूर्व नियोजित हत्या थी, जिसे उसके इंजीनियर पति ने अंजाम दिया था. पुलिस ने आरोपी पति के साथ उसके साथी को गिरफ्तार करने के बाद आज मीडिया के सामने पेश किया.

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पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 22 मार्च को शाम करीब 16.15 बजे दो स्कूटी सवार महिलाओं का मानपुर रोड बंजरंग बली मंदिर के पास मोंड मे गिरी पडी होने की सूचना पर 108 एम्बुलेंस से शासकीय अस्पताल चिखलाकसा लाया गया था. महिला बरखा वासनिक की फौत हो गई थी, वहीं दूसरी महिला मथुरा मंडावी बेहोश व घायल थी. परिजनों को सूचना देकर थाना राजहरा में अपराध पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया था.

प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज दुर्ग राम गोपाल गर्ग के आदेश पर पुलिस अधीक्षक बालोद योगेश पटेल और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोनिका ठाकुर के निर्देशन में नगर पुलिस अधीक्षक राजहरा डॉ चित्रा वर्मा के मार्गदर्शन में प्रकरण की विवेचना शुरू की गई.

विवेचना के दौरान शेरपार के छात्रों ने बताया कि एक सफेद रंग बुलोरो वाहन सवार व्यक्ति स्कूल छूटने का समय और मृतिका बरखा वासनिक के संबंध में जानकारी ली थी. इसके बाद तकनीकी साधनों का उपयोग करते हुए एक संदेही सुपेला भिलाई निवासी कयामुद्दीन पिता कैमुल हसन (24 वर्ष) को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उसके द्वारा बताया गया कि वह मृतिका बरखा वासनिक के पति शीशपाल वासनिक के कहने पर उक्त घटना में शामिल हुआ था,

संदेही कयामुद्दीन के बताए अनुसार मुख्य आरोपी मृतिका का पति शीशपाल वासनिक को भी पुलिस अभिरक्षा में लेकर दोनो से पूछताछ की गई, जिसमें आरोपी शीशपाल ने बताया है कि मृतिका से उसकी वर्ष 2016 में शादी हुई थी. दोनों के बीच दो बच्चे हैं, शादी के बाद से दोनों में आए दिन विवाद होता रहता था, जिसकी वजह से वह अपने बच्चों के साथ दुर्ग स्थित मायके में रहती थी, और आरोपी के पास वापस नहीं जाना चाहती थी, जिसकी वजह से वह पत्नी की हत्या की योजना बना रहा था.

आरोपी पति ने मोबाइल से अनेक क्राइम संबंधी वीडियो को देखकर पत्नी की हत्या की योजना बनाई. उसने गाड़ी चलाने और और मृतका की गाड़ी को एक्सीडेंट करने के लिए 60000 रुपए में कयामुद्दीन को घटना तारीख करने के लिए शामिल किया था. उसका लोकेशन ट्रेस न हो इसके लिए घटना की एक रात पहले रात में अपने विभाग के अनेक मोबाइल नंबरों की सूची बनाई, जिसमें हर मोबाइल नंबर के सामने समय का उल्लेख किया एवं उस सूची व अपने स्वयं के मोबाइल को उसके कार्यालय में पदस्थ स्वीपर राहुल रात्रे को देकर यह निर्देश दिया कि सूची में जिन-जिन मोबाइल नंबरों के सामने समय लिखा हुआ है, उसी के हिसाब से 22 मार्च को उसके मोबाइल नंबर से फोन लगाकर बस हाय हलो ही बोलना है, और 22 मार्च में 12 बजे के बाद चालक मानस साहू को मोबाइल दे देना.

चालक को भी आरोपी द्वारा फोन के माध्यम से यही निर्देश दिया गया था कि अलग-अलग लोकेशन में जाकर लिस्ट में लिखे मोबाइल नंबरों पर समय अनुसार फोन लगाना है. तब चालक मानस साहू द्वारा लिस्ट में लिखे नंबरों पर विभाग के कंट्रोल रूमों में फोन लगाया गया था, तथा कुछ अन्य लोगों के कॉल भी आरोपी के मोबाइल पर आया था. इस प्रकार विवेचना के दौरान आरोपी का मोबाईल लोकेशन दुर्ग में ही प्राप्त हो रहा था.

22 मार्च को प्रात: लगभग 5 – 6 बजे अपने बोलेरो वाहन से नंबर प्लेट निकाल कर दुर्ग से निकल कर आरोपीगण मानपुर चौक पहुंचे, वहां से मानपुर रोड का रेकी करते हुए ग्राम शेरपार हाई स्कूल के पहुंच कर पुन: वापस मानपुर चौक आते समय घटना स्थल ग्राम हितकसा के आगे बजरंग बली मंदिर के पास मोड को घटना कारित करने का स्थान चयन किया. पुन: शेरपार स्कूल के आगे आम बगीचा में रूक कर स्कूली बच्चों से स्कूल छूटने का समय एवं बरखा वासनिक के स्कूल आने के संबंध में पूछताछ कर स्कूल छूटने के समय 4.00 बजे शाम के कुछ देर पहले दोनों आरोपी बोलेरो से धीरे धीरे आगे बढ़ते हुए मृतिका बरखा वासनिक के स्कूटी का आने का इंतजार करने लगे.

जैसे ही बजरंग बली मंदिर के थोड़ी दूरी पर बरखा वासनिक की स्कूटी पहुंची आरोपीगण अपने बुलोरो वाहन को धीरे कर दिए, ताकि स्कूटी बोलेरो को ओवरटेक कर सके, जैसे ही स्कूटी ने इनकी वाहन को ओवरटेक किया, वैसे ही मोड़ व ढलान में आरोपी शीशपाल ने चालक कयामुद्दीन को कहा गया कि यही स्कूटी है ठोकर मारों. उसके कहने पर चालक कयामुद्दीन स्कूटी को पीछे से ठोकर मारने का प्रयास किया, किन्तु स्कूटी को ठोकर दाहिने हिस्से में लगी.

ठोकर लगने से दोनों स्कूटी सवार महिला गिर कर तड़प रहे थे, तभी आरोपी शीशपाल द्वारा बोलेरो वाहन को रूकवाकर गाड़ी से लोहे की राड निकालकर पत्नी बरखा वासनिक को तीन-चार बार सिर व पीठ पर मार कर पुन: बोलेरो में बैठ कर तेज गति से वहां से भाग गये थे, और लोहे के राड को वहीं पास के पुलिया के नीचे फेंक दिये थे.

प्रकरण के विवेचना के दौरान आरोपी के निशादेही पर लोहे के राड को, घटना स्थल तक आने जाने में उपयोग किए गए बोलेरो वाहन, आरोपी शीशपाल द्वारा राहुल रात्रे को दिए गए मोबाइल नंबरों वाला लिस्ट और दोनों आरोपियों के मोबाइलों को जप्त किया गया है.

आरोपी शीशपाल वासनिक के मोबाईल का प्राथमिक जांच पर उसके यू-ट्यूब हिस्ट्री में क्राइम स्टोरी एवं पुलिस के इन्वेस्टिगेशन से बचने संबंधी ‍अनेक वीडियो मिली, जिससे स्पष्ट हो गया कि आरोपी द्वारा हत्या करने की योजना बनाने में इन्हीं वीडियो का सहारा लिया गया था. आरोपी पति शीशपाल वासनिक ने अपने दोस्त कयामुद्दीन के साथ मिलकर षडयंत्र कर अपनी पत्नी बरखा वासनिक की हत्या की गई है.