दरअसल, मध्यप्रदेश के सीधी में 17 फरवरी को हुए बस हादसे के बाद हालात का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सीधी पहुंचे थे। उन्होंने सीधी सर्किट हाउस में एक रात बिताई। सर्किट हाउस में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मच्छरों की वजह से नींद नहीं आई। उन्होंने इसकी शिकायत अधिकारियों से की। जिसके बाद वहां फैली अव्यवस्था का जिम्मेदार मानते हुए इंजीनियर को निलंबित कर दिया गया।
सीधी के सर्किट हाउस में ठहरे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वहां फैली अव्यवस्था का खुद शिकार हो गए। उनके कमरे में मच्छरों की इस कदर भरमार थी कि मुख्यमंत्री रातभर सो नहीं पाए। सर्किट हाउस की बदहाल व्यवस्था देखकर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों की जमकर क्लास भी लगाई। इसके बाद इंजीनियर के निलंबन का आदेश जारी करते हुए रीवा के आयुक्त राजेश कुमार जैन ने कहा कि लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर बाबूलाल गुप्ता को सर्किट हाउस में वीआईपी के रहने के बारे में बताया गया था। इसके बाद भी हमें गंदगी, कुप्रबंधन और मच्छरों की शिकायत मिली। प्रोटोकॉल के अनुसार सर्किट हाउस में व्यवस्थाएं नहीं मिली। इसलिए अपने सरकारी कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही के लिए गुप्ता को सस्पेंड किया जाता है।