नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2022 से ग्रेजुएशन का 4 साल का पाठ्यक्रम लागू हो जाएगा. इस पाठ्यक्रम में बीए और बीकॉम की पढ़ाई में अंग्रेजी भाषा अनिवार्य नहीं होगी. अंग्रेजी को वैल्यू एडिशन कोर्स (वीएसी) में जोड़ा गया है. अंग्रेजी पढ़ना पूरी तरह से छात्र की इच्छा पर निर्भर करेगा. अब तक छात्र अंग्रेजी को AECC (Ability Enhancement Course) में दो सेमेस्टर में पढ़ते थे.

शिक्षकों को आपत्ति

इस तरह के बदलाव को लेकर शिक्षक आपत्ति जता रहे हैं. शिक्षकों का कहना है कि अब अंग्रेजी की अनिवार्यता नहीं होने के कारण हिंदी प्रदेश के छात्र अंग्रेजी में पिछड़ सकते हैं. इससे उनके आने वाले भविष्य पर बुरा असर पड़ेगा. बुधवार को अकादमिक काउंसिल ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने की अनुशंसा की है. इसके साथ ही 4 साल के प्रोग्राम को लाया जा रहा है. अकादमिक काउंसिल सदस्य सुधांशु कुमार ने बताया कि 4 वर्षीय पाठ्यक्रम में लैंग्वेज कोर्स की स्थिति ज्यादा खराब होने जा रही है. खासकर इंग्लिश को केवल वैल्यू एडिशन कोर्स में डाल दिया गया है. इस तरह से अंग्रेजी का पढ़ना अनिवार्य नहीं है.

दिल्ली यूनिवर्सिटी में 17 फरवरी से होंगी ऑफलाइन कक्षाएं शुरू, बाहर से आने वाले छात्रों को रहना होगा 3 दिन आइसोलेशन में

 

अब तक छात्र दो सेमेस्टर तक अंग्रेजी पढ़ते थे. इस कारण से हिंदी प्रदेश वाले छात्र कुछ अंग्रेजी सीख जाते थे. यह कहा जा रहा है कि 22 भारतीय भाषाओं की सूची में अंग्रेजी नहीं है. अंग्रेजी अनिवार्य नहीं होने के कारण स्थायी शिक्षक खतरे में आएंगे. उन्होंने कहा कि वैल्यू एडिशन कोर्स बाजार आधारित कोर्स है. जब ऐसे कोर्सेज के लिए अंग्रेजी नहीं होगी, तो छात्रों को जॉब कहां मिल सकेगा. किरोड़ीमल कॉलेज में अंग्रेजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर रुद्राशीष चक्रवर्ती के अनुसार अंग्रेजी विभाग का वर्क लोड 30 फीसदी कम हो जाएगा.

 

दिल्ली यूनिवर्सिटी में 17 फरवरी से होंगी ऑफलाइन कक्षाएं शुरू

दिल्ली विश्वविद्यालय में 17 फरवरी से ऑफलाइन कक्षाएं शुरू हो जाएंगी. डीयू के सभी पोस्ट ग्रेजुएट और ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के छात्रों की ऑफलाइन कक्षाएं शुरू की जा रही हैं, हालांकि दिल्ली के बाहर से आने वाले छात्रों को ऑफलाइन कक्षाएं लेने से पहले 3 दिन आइसोलेशन में रहना होगा. दिल्ली विश्विद्यालय की प्रॉक्टर प्रो रजनी अब्बी, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर पंकज अरोरा और रजिस्ट्रार विकास गुप्ता ने डूसू के पदाधिकारियों से बात की और कैंपस को 17 फरवरी से खोलने की घोषणा की. डूसू अध्यक्ष के नाम पर विश्वविद्यालय ने लिखित रूप से कैम्पस खोलने का पत्र सौंपा एवं आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं.