राजस्थान. अगर आप भी अलग अलग प्रजाति के पक्षियों को देखने के शौकीन हैं, तो इस टाइम पक्षियों का स्वर्ग कहा जाने वाला केवलादेव नेशनल पार्क भरतपुर (Keoladeo National Park Bharatpur) का आपके लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र राहेगा. सर्दियों के मौसम में यहां सबसे ज्यादा पर्यटक आते हैं, साथ ही मुख्य द्वार पर सुबह से शाम तक रौनक दिखाई देती है. वहीं सैलानी कई घंटे पक्षियों को देखने के बाद छीछली झील में नौका विहार का भी लुत्फ उठाते हैं.

दिन के हर पहर में इस नौका विहार के दृश्य की खूबसूरती का अलग ही रंग दिखाई देता है. यहां नौका विहार नवंबर के अंतिम दिनों से शुरू हो चुका है. दिसंबर के महीने से पर्यटकों की संख्या और ज्यादा बढ़ने लगती है. नौका विहार के लिए सैलानियों को कई बार लंबा इंतजार भी करना पड़ता है. Read More – Today Recipe : ठंड में बनाएं गरमा गर्म पालक पनीर और पराठे, कुलचे के साथ ले खाने का मजा …

हर दिन 1500 से 2000 पर्यटक करते हैं नौका विहार

बोटिंग का सीजन सर्दियों के माह नवंबर से लेकर मार्च के अंत तक रहता है. नवंबर में कम पर्यटक आने से कम ही नौका चलती है लेकिन दिसंबर, जनवरी और फरवरी में बोटिंग का सीजन जबरदस्त रहता है. इन तीन महीनों में हर दिन 1500 से 2000 के बीच पर्यटक नौका विहार का लुत्फ उठाते हैं. नौका विहार के शुल्क एक घंटे का चार सीटर बोटिंग का शुल्क ₹450 और 8 सीटर बोटिंग का ₹890 है. तो आप इसमें पूरे परिवार के साथ नौका विहार का आनंद ले सकते हैं.

ये पक्षी देख सकते हैं यहां

केवलादेव घाना पक्षीविहार विश्व में सबसे ज्यादा प्रवासी पक्षियों वाले वन क्षेत्र में से एक है. यह पक्षीविहार बगुलों, सारस, और जलकाग जैसे पक्षियों को प्रजनन के अनुकूल वातावरण प्रदान करता है, और यहाँ बड़ी संख्या में आने वाली बत्तखों का पसंदीदा शीतकालीन प्रवास स्थल है. Read More – अब फूड डिलीवरी रोबोट घर तक पहुंचा रहे हैं खाना, Uber Eats ने शुरू की नई सर्विस …

आपको यहां गैडवाल, फावड़ा, सामान्य चैती, कपास की चैती, गुच्छेदार बत्तख, घुंडी-बंधे बत्तख, छोटे जलकाग, महान जलकाग, भारतीय शग, रफ, चित्रित सारस, सफेद चम्मच, एशियन ओपन-बिल्ड स्टॉर्क, ओरिएंटल इबिस, डार्टर, आम सैंडपाइपर, लकड़ी सैंडपाइपर और ग्रीन सैंडपाइपर देखने को मिल जाते है. अगर आप की किस्मत अच्छी है तो सारस क्रेन अपने जोड़े के साथ डांस करता हुआ दिखाई दे सकता है. कुछ ऐसे प्रवासी पक्षी भी जो आपको पुरे साल देखने को मिल सकते है जैसे वॉर्ब्लर, बेबीब्लर, मधुमक्खी खाने वाले, बुलबुल, बंटिंग, चाट, पेंटेड फ्रेंकोलिन और बटेर, भारतीय ग्रे हॉर्नबिल और मार्शल का आयरा शामिल हैं.