राकेश चतुर्वेदी,भोपाल। मध्यप्रदेश में चुनावी मौसम के बीच बाबा पॉलिटिक्स की एंट्री हो गई है. महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्य नंद गिरि महाराज उर्फ मिर्ची बाबा प्रदेश कांग्रेस कमेटी दफ्तर पहुंचे, जहां कांग्रेस के बड़े नेताओं से बंद कमरे में चर्चा हुई. मिर्ची बाबा ने प्रज्ञा ठाकुर को फर्जी साध्वी बताया है. उन्होंने साधु-संतों के साथ धर्म संसद करने की बात कही है. चुनाव में कांग्रेस का समर्थन भी करेंगे. लोकसभा चुनाव में मिर्ची बाबा चर्चा में आए थे.

चुनावी मोड में साधु-संतों की हुई एंट्री

मिर्ची बाबा साधु-संतों के साथ धर्म संसद करेंगे. मिशन 2023 के साथ निकाय चुनाव में भी धर्म संसद होगा. देशभर के साधु-संतों को लाकर धर्म संसद की जाएगी. मिर्ची बाबा कांग्रेस के समर्थन में माहौल भी बनाएंगे. कांग्रेस के लिए प्रचार-प्रसार भी करेंगे. कांग्रेस के साथ मिलकर धर्म संसद करेंगे.

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मिर्ची बाबा ने प्रज्ञा ठाकुर को बताया फर्जी साध्वी

मिर्ची बाबा ने सांसद प्रज्ञा ठाकुर को फर्जी साध्वी बताया है. उन्होंने कहा कि प्रज्ञा ठाकुर मुझे सर्टिफिकेट दिखाए कि वह किस अखाड़े से है. प्रज्ञा ठाकुर की भाषा भी साध्वी जैसी नहीं है. साध्वी के गुरु कह चुके हैं कि वह मेरी चेली नहीं है. मां नर्मदा को साध्वी नाला बताती है. बीजेपी में फर्जी साधु-संत पनपा रही है. बुलडोजर चलाने की बात कहने वाले साधु-संत भी फर्जी हैं.

बीजेपी के दिग्गज नेता मुझसे आकर मिलते हैं- मिर्ची बाबा

मिर्ची बाबा ने बड़ा दावा किया है कि बीजेपी के दिग्गज नेता आकर मुझसे मिलते हैं. मिर्ची बाबा ने बीजेपी के दिग्गज नेताओं के फोटो दिखाए. जिसमें राजनाथ सिंह, योगी आदित्यनाथ, नरेंद्र सिंह तोमर ज्योतिराज सिंधिया के फोटो हैं. बीजेपी नेता मुझसे क्यों मिलते हैं, यह बीजेपी नेताओं से पूछा जाए.

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मिर्ची बाबा से मुलाकात के बाद सज्जन वर्मा का बयान

मिर्ची बाबा से मुलाकात के बाद पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस ने पाखंडी बाबा बनाए हैं. ऐसे बाबाओं को धर्म संसद के मंच पर बैठा देते हैं. ऐसे संतों की औकात गली की भी नहीं है. मिर्ची बाबा के मन की पीड़ा है. संत और गुरुओं को हर धर्म का सम्मान करना चाहिए.

प्रत्याशियों से शपथ पर भरवाने को लेकर बैकफुट पर कांग्रेस

निकाय चुनावों में कांग्रेस को वोट कटने का डर था. इसलिए सभी जिलों में पार्षद पद के दावेदारों से शपथ पत्र भरवाया जा रहा था. अब शपथपत्र को लेकर कांग्रेस ने फैसला बदल लिया है. अब शपथ पत्र अनिवार्य नहीं होगा. पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने कहा कि प्रदेश स्तर पर शपथपत्र नहीं भरवाए जाएंगे. सिर्फ स्थानीय स्तर पर ही एक-दो जगह ही शपथ पक्ष भरवाए जाएंगे.

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