दुर्ग. पर्यावरण संरक्षण के कार्यों से जुड़े विभिन्न संगठनों के पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने गैंदलाल देशमुख के रोपे गए पेड़ों को बचाने की गुहार लगाई है. ये पेड़ सड़क चौड़ीकरण के नाम पर काटे जा रहे हैं. पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने इन पेड़ों को न काटने की मांग को लेकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा.

पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर की अनुपस्थिति में एडीएम प्रकाश सार्वे को ज्ञापन सौंपा. कार्यकर्ताओं का कहना है कि स्व. देशमुख ने अपना पूरा जीवन पौधरोपण कर उसके संरक्षण में बिताते हुए 5 एकड़ बंजर जमीन को जंगल बनाया. साथ ही अपने ग्राम कोड़िया से लेकर दुर्ग तक सड़क के दोनों छोर पर 300 से अधिक बरगद पीपल के पौधे रोपित किए थे. जो आज विशाल पेड़ का रूप ले चुका है. इनमें से कई पेड़ों को उन्होंने विभिन्न यादों के रूप में रोपे थे जो आज उनकी स्मृतियों के रूप में मौजूद है, मगर उनकी इन स्मृतियों को मिटाया जा रहा है. वर्तमान में पर्यावरण संरक्षण से जुड़े लोग जन्मदिन, पूर्वजों की स्मृति, शादी के सालगिरह एवं विभिन्न मांगलिक अवसरों पर पौधरोपण कर रहे हैं. साथ ही पेड़ों का संरक्षण की जिम्मेदारी भी ले रहे हैं.

सड़क चौड़ीकरण आदि विभिन्न विकास के नाम पर पेड़ों की बलि दी जाएगी तो पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे रहे लोगों का मनोबल कमजोर होगा. स्व. देशमुख की स्मृति के रूप में मौजूद उनके रोपे दीर्घ जीवी बरगद, पीपल, पाकर ,नीम आदि के पेड़ को सड़क चैड़ीकरण के नाम पर काटने पर तत्काल रोग लगाई जाए. जहां पहले से पेड़ लगे हुए हैं वहां पर सड़कों को घुमा कर बना के पेड़ों बचाई जाए. पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने एडीएम सार्वे को जामुन का पौधा भेंटकर ज्ञापन सौंपा. साथ ही गैंदलाल की स्मृति में उपवन, सड़क का नामकरण एवं मूर्ति स्थापना की भी मांग की.

ज्ञापन सौंपने वालों में हितवा संगवारी डुंडेरा के संयोजक रोमशंकर यादव, देवेंद्र पटेल, लेख राम सोनवानी, पर्यावरण मित्र मंडल भिलाई के अध्यक्ष ललित वर्मा, सृजनशील युवा संगठन के अध्यक्ष रमाकांत देशमुख, प्रेम देशमुख, भूषण हरित क्रांति समिति के प्रेम नारायण, सपना फाउंडेशन एवं राजन सम्मान से नवीन संचेती, उत्कृठा महिला कल्याण समिति की शानू, मयारू संगवारी संस्था के अध्यक्ष चूम्मन देशमुख ,ऑक्सीजन टीम दुर्ग राजेश देवांगन ,अनुपा सोनवानी आदि शामिल है.