कुमार इंदर, जबलपुर। ईओडब्ल्यू की टीम ने रिटायर्ड सीईओ के एक साथ तीन ठिकानों पर छापा मारा है। EOW की छापामार कार्रवाई जबलपुर, मंडला और भोपाल में की जा रही है। eow की छापामार कार्रवाई में शुरुआती तौर पर 80 लाख से ज्यादा की संपत्ति का पता चला है, इसके साथ ही जबलपुर, मंडला और भोपाल में 4 मकानों के पता चला है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नागेंद्र यादव की भर्ती आदिवासी विभाग में छोटे से पद से हुई थी। आराेपी ने अपनी जुगाड़ से मंडला जनपद पंचायत के सीईओ का पद हासिल कर लिया था। बताया जा रहा है कि, पिछले 10 सालों में आरोपी ने अकूत संपत्ति बनाई है। आरोपी के अकूत संपत्ति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि, पूरी नौकरी में 11 लाख रुपए कमाने वाले नागेंद्र यादव के पास शुरुआती जांच में करीब 1 करोड़ की संपत्ति मिली है।
4 मकान फिर भी किराए के मकान में
आरोपी के पास चार मकान मिले हैं जिससे मंडला में दो जबलपुर में एक और भोपाल में एक मकान बना हुआ है ।आरोपी ने जबलपुर के तिलहरी स्थित थीम पार्क में बड़ा सा मकान बना रखा है। हालांकि आरोपी इस मकान में खुद न रहकर उसे किराए से चला रहा था और अपने कारनामे छुपाने के लिए खुद किराए के मकान में रह रहा था।