Electric Vehicle : भारत में इलेक्ट्रिक वाहन बनाने के लिए विदेशी कंपनी ने दिलचस्पी दिखाई है. दरअसल, वियतनाम की इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) मैन्युफैक्चरिंग विनफास्ट (VinFast) तमिलनाडु में इलेक्ट्रिक कार और बैटरी बनाने की इकाई लगाएगी. इसके लिए कंपनी दो अरब डॉलर (करीब 16,000 करोड़ रुपये) का निवेश करेगी. जानकारी के मुताबिक अपनी निवेश योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए विनफास्ट रविवार को शुरू होने वाली तमिलनाडु वैश्विक निवेशक सम्मेलन (जीआईएम) 2024 के दौरान राज्य सरकार के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करेगी.
3,500 नौकरियां पैदा होंगी
विनफास्ट ने एक आधिकारिक बयान में एलान किया है कि उसने इस परियोजना के पहले पांच वर्षों के लिए 500 मिलियन डॉलर का निवेश करने का इरादा किया है. और उसने तमिलनाडु की राज्य सरकार के साथ एक संयुक्त समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. बैटरी प्लांट और एक ईवी निर्माण सुविधा का निर्माण इसी कैलेंडर वर्ष में तमिलनाडु के थूथुकुडी से शुरू होगा. और जब दोनों पूरी तरह से काम करना शुरू कर देंगे, तो राज्य में 3,500 तक नौकरियां पैदा होंगी.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “विनफास्ट 16,000 करोड़ रुपये के निवेश से तूतीकोरिन में ईवी कार और बैटरी विनिर्माण इकाई स्थापित करेगी. यह महज एक निवेश नहीं है। यह दक्षिण तमिलनाडु में आर्थिक वृद्धि के लिए एक बड़ी छलांग है.” वियतनाम की फर्म के इस प्रस्ताव से लगभग 3,500 नौकरियां पैदा होने की संभावना है. विनफास्ट की तमिलनाडु परियोजना का लक्ष्य इस क्षेत्र में 1.50 लाख इकाई तक की वार्षिक उत्पादन क्षमता हासिल करना है. उत्पादन इकाई का निर्माण इस साल शुरू होने की उम्मीद है.
मिलेगी आर्थिक मजबूती
विनफास्ट की वैश्विक उप मुख्य कार्यपालक अधिकारी (बिक्री एवं विपणन) त्रान मेई होवा ने कहा कि यह परियोजना तमिलनाडु समेत पूरे भारत में आर्थिक वृद्धि के लिए एक मजबूत नींव रखेगी. इससे हरित प्रौद्योगिकी की दिशा में तेजी भी आएगी.
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