रोहित कश्यप, मुंगेली. जिले के नगर पंचायत जरहागांव स्थित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप पालकों ने शिक्षा विभाग के अफसरों पर लगाया है, स्थानीय लोगों का कहना है कि शिक्षा का आधा सत्र गुजरने को है, लेकिन यहां एक भी अंग्रेजी माध्यम की टीचर नियुक्त नहीं किया गया है. जिसके चलते करीब 3 दर्जन छात्रों ने टीसी कटवा लिया है, और यहां की पढ़ाई भगवान भरोसे चल रहा है. आलम ये है कि यहां पहली से आठवीं कक्षा में 212 दर्ज संख्या है, जबकि टीचर नहीं होने के कारण, हाई और हायर सेकेंड्री स्कूल में एडमिशन ही नहीं लिया गया है. नगर पंचायत अध्यक्ष वेदप्रकाश का कहना है कि इस संबंध में जनदर्शन के माध्यम से शिक्षा विभाग के के अधिकारियों से शिकायत कर थक चुके है, फिर भी कुछ नहीं हुआ, अब मुख्यमंत्री जनदर्शन में गुहार लगाएंगे.

डीईओ ने कही यह बात

डीईओ सी के धृतलहरे का कहना है कि पिछले सत्र में यहां शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक पदों के लिए भर्ती निकाली गई थी जो कि चुनावी आचार संहिता के कारण रुकी हुई है जिसकी प्रकिया को आगे बढ़ाने के लिए उच्च अधिकारियों से मार्गदर्शन मांगा गया है. Read More – Indias Best Dancer 4 के मंच पर Urfi Javed ने लगाई आग, Terence Lewis के साथ मारे लटके झटके …

अभिभावकों का सवाल ?

अभिभावको का कहना है कि वैकल्पिक व्यवस्था के तहत हिंदी माध्यम के 2-3 टीचरों को यहां अटैच किया गया है. जिसको लेकर पालकों ने सवाल उठाया है कि निजी अंग्रेजी माध्यम स्कूलो से बच्चों की पढ़ाई छोड़ाकर यहां भर्ती कराए है तो क्या इसी लिए कराए थे कि यहाँ हिंदी माध्यम के वैकल्पिक व्यवस्था के टीचर पढ़ाएंगे और अंग्रेजी माध्यम के टीचर ही नहीं रहेंगे. वही अभिभावको का यह भी कहना है कि चुनाव खत्म हुए महीनों गुजर गए और शिक्षा का चालू सत्र का आधा से ज्यादा समय गुजरने को है इसके बावजूद टीचर नियुक्ति जैसे गंभीर मामलों में पत्र-पत्र का खेल चल रहा है,जो कि जो कि जिम्मेदारो की उदासीन रवैय्या को दर्शाता है. Read More – 1 साल बाद Honey Singh को आई बहन की याद, सरप्राइज देने मेलबर्न पहुंचे सिंगर …

स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम स्कूल कहाँ है ?

जरहागांव में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल को लेकर ही समस्या नहीं बल्कि स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम स्कूल को लेकर भी लोग आश्चर्य चकित है? ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रामचंद साहू का कहना है कि वैसे तो यहां पहले से ही जरहागांव में 1ली से लेकर 12वीं तक सरकारी स्कूल संचालित है, जिसे स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम स्कूल के रूप में मर्ज किया जाना था, जिसका कोई अता पता नहीं हैं, रामचन्द साहू का कहना है कि भले ही शिक्षा विभाग के रिकॉर्ड में स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम स्कूल मर्ज हो गया हो मगर धरातल पर न तो संसाधन में बढोत्तरी हुई और न ही सेटअप बढ़ाई गई हैं, जैसा कि स्वामी आत्मानंद हिंदी मीडियम स्कूल के लिए तय किया गया था.