सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर. प्रदेश में स्वास्थ्य कर्मचारियों की 23 दिनों से चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल से हाहाकार की स्थिति बनी हुई है. स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के साथ बैठक की. जहां उनकी बात नहीं बनी. ऐसे में मंगलवार शाम को स्वास्थय कर्मचारी CM बघेल से मुलाक़ात कर सकते हैं. जानकारी के अनुसार, अब तक 4000 से ज़्यादा स्वास्थ्य कर्मियों को बर्खास्त और निलंबित किया जा चुका है.
बता दें कि, स्वास्थ्य कर्मचारी वेतन विसंगति, कोरोना भत्ता, अन्य विभाग की तरह शनिवार रविवार अवकाश, आयीपीएचएस सेटअप और हिंसक घटनाओं में रोक लगाने के लिए चरणबद्ध तरीक़े से छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य फेडरेशन के बैनर तले आंदोलन कर रहे हैं.
टारजन गुप्ता स्वास्थ्य संयोजक संघ के अध्यक्ष ने बताया, पांच दिन से अनिश्चितकालीन हड़ताल में हैं. 40,000 स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारियों ने हॉस्पिटल का बहिष्कार किया है. प्रदेश के 5200 उपस्वास्थ्य केंद्र, 650 पीएचसी और 150 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के स्वास्थ्यकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल में है. समस्त जिला के जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के कर्मचारी-अधिकारी हड़ताल में जाने से कार्य प्रभावित हुआ है.
आगे उन्होंने कहा, हड़ताल के चक्कर में ग़रीब मरीज़ों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हम पिछले चार सालों से चरणबद्ध तरीक़े से आंदोलन कर रहे हैं. ऐसा नहीं है कि, हम हॉस्पिटल का बहिष्कार कर हड़ताल में आ गए हैं. आवेदन, निवेदन, ज्ञापन, सांकेतिक हड़ताल के जिला स्तरीय अनिश्चितकालीन हड़ताल के बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल किए हैं. इस हड़ताल के लिए ज़िम्मेदार कौन है ?
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