नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली और आसपास के शहरों में पटाखों पर सुप्रीम कोर्ट के बैन का असर नहीं दिखी. लोगों ने जमकर आतिशबाजी की. नतीजा यह निकला कि दिल्ली की हवा एक बार फिर जहरीली हो गई. करोल बाग में एक्यूआई 500 के पार पहुंच गया. पीएम 2.5 का स्तर डब्लूएचओं के मानकों के लिहाज से 43 गुना ज्यादा रहा. एक्यूआईसीएन के मुताबिक दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 900 के पास पहुंच गया है, जो खतरनाक श्रेणी में है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मौसम एजेंसी aqicn.org के अनुसार दिल्ली के आनंद विहार क्षेत्र में वायु प्रदूषण का उच्चतम स्तर दर्ज किया गया, सुबह 5 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 969 खतरनाक तक पहुंच गया. 0-50 के बीच AQI को स्वस्थ माना जाता है, जबकि 300 से अधिक का मान ‘खतरनाक’ वायु गुणवत्ता को दर्शाता है. वहीं, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार दिल्ली में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। आनंद विहार में AQI 296, आरके पुरम में 290, पंजाबी बाग में 280 और ITO में 263 है.
इन इलाकों में खतरनाक स्तर पर AQI
नेशनल एयर क्वालिटी इंडेक्स के मुताबिक दिल्ली का औसत एक्यूआई 283 दर्ज किया गया. एक्यूआईसीएन के मुताबिक दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक आनंद विहार में एक्यूआई 969 वहीं वेबसाइट https://www.aqi.in/ की बात करें तो करोल बाग में एक्यूआई 500, आनंद पर्वत में 499, मुंडका में 490, पंजाबी बाग में 485, बाली नगर में 440, सिविल लाइंस में 426, दिल्ली डीआईटी में 475, द्वारका सेक्टर 18बी में 487, जीटीबी नगर 442, हरिनगर 455, जनकपुरी 490, कालकाजी में 495 दर्ज किया गया. दिल्ली के अन्य इलाकों में एक्यूआई में आतिशबाजी के बाद प्रदूषण का स्तर गंभीर स्तर तक पहुंच गया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 24 घंटे वायु गुणवत्ता तय मानदंडों से 43.6 गुना अधिक है. ग्रीनपीस के अनुसार नई दिल्ली में PM2.5 वायु प्रदूषण 1 जनवरी, 2021 से अब तक 25 हजार लोगों की मौत का कारण बन रहा है. इससे इस साल अब तक शहर की अर्थव्यवस्था को लगभग 3.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान हुआ है.
Delhi NCR में लौटी जहरीली हवा
बता दें कि दिवाली की रात लोगों द्वारा सुप्रीम कोर्ट के प्रतिबंध आदेश का उल्लंघन करते हुए पटाखे फोड़ने के बाद सोमवार सुबह दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद और आसपास के शहरों में जहरीली धुंध या ‘स्मॉग’ लौट आई. दिल्ली एनसीआर में भारी प्रदूषण फैल गया. चिंता की बात यह है कि हवा की गति बहुत मंद है. अगर यही हाल रहा तो दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर पहले से ज्यादा खराब हो सकता है.