मनोज यादव, कोरबा. रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में हाल ही में हुई आगजनी की घटना के बाद, कोरबा जिला अस्पताल में भी सुरक्षा के इंतजामों में गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है. अस्पताल प्रबंधन ने आगजनी से निपटने के लिए जो जरूरी सुरक्षा उपाय किए जाने चाहिए, उसे नजर-अंदाज कर दिया है. इससे अस्पताल में आगजनी होने से बड़ा नुकसान हो सकता है.

सुरक्षा कर्मियों को फायर सेफ्टी की जानकारी का अभाव 

कोरबा जिला अस्पताल में तैनात सुरक्षा कर्मियों और कर्मचारियों को फायर सेफ्टी के उपकरण और प्रक्रियाओं के बारे में कोई जानकारी नहीं है. आगजनी की स्थिति पर काबू पाने के बारे में पूछे जाने पर सुरक्षा कर्मियों ने कहा कि वे पहले अपनी जान बचाएंगे और फिर स्थिति का सामना करेंगे. कुछ कर्मियों ने तो यह भी कहा कि उन्हें अस्पताल में उपलब्ध फायर मशीन के बारे में कोई जानकारी नहीं है.

भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में बड़ी दुर्घटना का खतरा 

अस्पताल के 100 बिस्तर वाले क्षेत्रों में मरीजों की भारी भीड़ रहती है. इस स्थिति में कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है. सुरक्षा की कमजोर स्थिति और लापरवाह प्रबंधन के कारण यह खतरा और बढ़ गया है, जिससे स्थानीय लोगों और अस्पताल कर्मचारियों में चिंता का माहौल है.

सुरक्षा कर्मियों को दी जाएगी ट्रेनिंगः अस्पताल प्रबंधन

इस पूरे मामले पर अस्पताल प्रबंधन ने अपनी सफाई पेश करते हुए कहा कि पहले तैनात सुरक्षाकर्मियों और कर्मचारियों को आगजनी से निपटने की ट्रेनिंग दी गई थी. हालांकि, वर्तमान में तैनात नए सुरक्षा कर्मियों को इस ट्रेनिंग की आवश्यकता है, जिसके लिए आदेश जारी किया जा रहा है. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि जल्दी ही सभी नए सुरक्षा कर्मियों को फायर सेफ्टी की आवश्यक ट्रेनिंग दी जाएगी.