प्रदीप गुप्ता, कवर्धा। प्रदेश भर कोरोना तबाही मचा रहा है. कवर्धा में भी हालत अच्छी नहीं है. रोजाना बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी जिला प्रशासन की लापरवाही बरकरार है. जिले में 7 वेंटिलेटर हैं, लेकिन इतनी बड़ी महामारी के दौर में भी सातों वेंटिलेटर बंद पड़े हैं, जिसके कारण कोरोना संक्रमितों को निजी हॉस्पिटल का सहारा लेना पड़ रहा है.
सांसद संतोष पांडेय ने जिला प्रशासन पर बड़ा आरोप लगाते हुवे कहा कि जिले में 7 वेंटिलेटर विगत एक साल से धूल खा रहा है. इतनी बड़ी महामारी देश में आई है, लेकिन जिला प्रशासन की लापरवाही के चलते गंभीरता नहीं दिखाई दे रही है. जल्द-जल्द से जिला प्रशासन को चालू करने की चेतावनी दी है.
कलेक्टर रमेश शर्मा ने कहा कि जिले में 7 वेंटिलेटर है, बंद होना स्वीकार किया है, वहीं सीएमएचओ को कहा है रायपुर के मेडिकल कॉलेज से किसी डॉक्टरों से ट्रेनिग लेकर सभी वेंटिलेटर चालू कराए या जिला के डॉक्टरों को वेंटिलेटर की जानकारी रखने वाले डॉक्टर से संपर्क करें और उन्हें संविदा में रखकर बेहतर स्वास्थ्य सुविधा दिया.
जिले में 24 घंटे के भीतर 196 कोरोना के नए मरीजो की पहचान हुई है. एक्टिव मरीजो की संख्या 4 हजार के पार पहुच चुके है मौत आंकड़ा भी डरावना है, 110 से ज्यादा लोग कोरोना से जंग हार चुकी है.