कोरोना का कहर केवल भारत पर ही बरपा हो ऐसा नहीं है. पड़ोसी देश नेपाल भी कोरोना के कहर से रो रहा है. भारत की तरह यहां भी यकायक कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा हुआ है. ऐसे में अस्पताल से लेकर श्मशान घाट तक जिंदा और मुर्दा लोगों से पटा हुआ है.

कोरोना की लहर को देखते हुए प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने नेपाल की स्वास्थ्य व्यवस्था को टूटने से बचाने के लिए विदेशी दानदाताओं से वैक्सीन के साथ जरूरी स्वास्थ्य सामग्रियों की आपूर्ति की गुहार लगाई है.

भारत और चीन के बीच स्थित नेपाल अपनी 20 लाख की आबादी को भारत से मिला एस्ट्राजेंका और चीन से मिला शिनोफार्म वैक्सीन लगा चुका है. लेकिन नए वैक्सीन की सप्लाई नहीं होने की वजह से बीते एक महीने से वैक्सीनेशन का काम रुका पड़ा है.

आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, नेपाल  में 3 मई को जहां 7388 नए कोरोना संक्रमित मिले, वहीं 37 लोगों को कोरोना संक्रमण से मौत हो गई. नेपाल में इसको मिलाकर कोरोना संक्रमितों की संख्या 343418 पहुंच गई है, वहीं 3362 लोगों की मौत हो चुकी है.

कोरोना की वजह से अकाल मौत का शिकार हो रहे लोगों का पशुपतिनाथ मंदिर के पास बागमती नदी के किनारे स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया जा रहा है, जहां दुखी परिजन रोते हुए उन्हें अंतिम विदाई दे रहे हैं.