दिल्ली. बीता साल कई सारी बेहतर चीजें लेकर हमारी जिंदगी में आया. टेक्नालाजी से लेकर निजी जिदंगी, कार से लेकर रोबोटिक्स तक ने तरक्की की लंबी उड़ान भरी. इस साल भी समाज, दुनिया और हमारे आसपास बहुत कुछ ऐसा होने वाला है जो हमारे चेहरे पर न सिर्फ मुस्कुराहट लाएगा बल्कि हमें बेहतर दुनिया की तरफ ले जाएगा. आइए नजर डालते हैं उन खबरों और लोगों पर जो इस साल हम सबको रोमांचित करेंगी और दुनिया को थोड़ा और बेहतर बनाएंगी.
- महिलाएं ले सकेंगी 6 महीने की पेड मैटरनिटी लीव
कामकाजी महिलाओं को वर्कप्लेस में ढेर सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. एक महिला न सिर्फ अपने घर की जिम्मेदारियों को निभाती है बल्कि वर्क प्लेस में भी अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाती है. महिलाएं लंबे समय से पेड मैटरनिटी लीव की मांग कर रही थी. सरकार ने उनकी इस मांग को स्वीकार करते हुए 6 महीने की पेड मैटरनिटी लीव की मंजूरी दे दी है. अब महिलाएं भी अपने मातृत्व को बिना किसी तनाव के एंज्वाय कर सकेंगी.
- फीफा वर्ल्ड कप
दुनिया भर में फुटबाल के करोड़ों दीवानों का महापर्व फीफा वर्ल्ड कप फुटबाल इस साल जून-जुलाई में रूस में होने जा रहा है. देश में फुटबाल के करोड़ों दीवानों के लिए ये किसी खुशखबरी से कम नहीं है जब वे मैसी से लेकर रोनाल्डो और मारियो बालाटोली से लेकर नेमार तक सबके एक्शन पैक्ड परफारमेंस के गवाह दो महीनों तक रहेंगे. फुटबाल के दीवानों के लिए इससे बेहतर खबर कुछ भी नहीं हो सकती है कि इस साल उनको वर्ल्ड कप फुटबाल देखने को मिलेगा.
- आम आदमी भी जा सकेगा चांद पर
2018 में सिलिकान वैली के स्टार्ट अप मून एक्सप्रेस ने चांद पर अपना स्पेस क्राफ्ट भेजने की योजना बनाई है. फिलहाल ये स्पेस क्राफ्ट अमीरों के लिए होगा क्योंकि चांद पर जाने के लिए कीमत भी अच्छी खासी अदा करनी पड़ेगी. अगर कंपनी अपनी इस कोशिश में सफल हो गई तो हर आम औऱ खास अब दिल्ली, मुंबई, न्यूयार्क और लंदन पहुंचने के अलावा चांद पर भी पहुंच सकेगा. खास बात ये है कि चांद पर आम आदमी को भेजने का प्लान बनाने वाला बंदा एक इंडियन ही है नाम है नवीन जैन. उम्मीद करते हैं आम आदमी अगर चांद पर पहुंच गया तो लोग नवीन जैन को भी हमेशा याद रखेंगे.
- दिव्यांगों के लिए हैदराबाद का ये प्रयास उन्हें रहेगा जिदंगी भर याद
तेलंगाना राज्य सरकार ने एक ऐसी कोशिश की है जिसकी तारीफ हर तरफ की जा रही है. दिव्यांगों के लिए राज्य सरकार एक ऐसा विशेष आईटी पार्क बना रही है जिसमें न सिर्फ उनको नौकरियों के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी बल्कि उन्हें हर वो सुविधा दी जाएगी जो उन्हें देशी और विदेशी कंपनियों में नौकरी दिलाने में मददगार हो. तेलंगाना सरकार का ये कदम दिव्यांगों के हित में उठाया गया ऐसा कदम होगा जिसे न सिर्फ दिव्यांग बल्कि समाज का हर तबका तहे दिल से सराह रहा है. हम तो यही कहेंगे वेल डन तेलंगाना गर्वंमेंट.
- 2018 में पूरे होंगे फर्स्ट वर्ल्ड वार के 100 साल
2018 एक ऐसे क्षण का गवाह बनेगा जिसका साक्षी बनना शायद ही कोई पसंद करे. दुनिया को तबाही के मुहाने पर लाकर खड़ा कर देने वाले इस वर्ल्ड वार को शायद ही कोई याद करना चाहे. अफसोस ये है कि साल 2018 फर्स्ट वर्ल्ड वार के 100 साल पूरे होने का गवाह बनेगा. अगर हम इससे सबक ले सकें कि दुनिया को बेहतर जगह बनाने के लिए लड़ाईयों की कोई जगह नहीं है तो न सिर्फ हमारे लिए बल्कि हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए भी बेहतर होगा.
- छत्तीसगढ़ बनेगा विधानसभा चुनावों का गवाह, साथ में 8 राज्यों भी बजेगा चुनावी बिगुल
साल 2018 छत्तीसगढ़ के नेताओं के लिए किसी लड़ाई के मैदान से कम नहीं होगा. भाजपा, कांग्रेस, छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस समेत तमाम राजनीतिक दल के नेताओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा. साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनावों पर हर दल के नेताओं की नजर है. भाजपा हर हालत में एक बार फिर राज्य की सत्ता में वापसी करना चाहेगी वहीं लंबे अरसे से बनवास झेल रही कांग्रेस सत्ता में आने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए है. पार्टी के बड़े नेता लगभग हर हफ्ते राज्य का दौरा कर रहे हैं ताकि यहां 14 साल का सूखा पार्टी खत्म कर सके. इसके साथ ही मेघालय, मध्यप्रदेश, राजस्थान, त्रिपुरा, नागालैंड, मिजोरम, कर्नाटक में भी विधानसभा चुनावों का बिगुल बजेगा.
- दुनिया बनेगी एक और शाही शादी की गवाह
ब्रिटिश राजघराने के सदस्यों की छोटी से छोटी एक्टिविटी पर पूरी दुनिया की नजर रहती है. चाहे क्वीन एलिजाबेथ का लोगों से रूबरू होना हो या फिर प्रिंस विलियम औऱ उनके बेटे की प्यारी हरकतें. ये मीडिया की सुर्खियां बटोर ही लेती हैं. इस साल भी शाही घराने के एक और राजकुमार प्रिंस हैरी अपनी गर्लफ्रेंड मेघन मार्कल के साथ इस साल मई में विंडसर कैसल में शादी के बंधन में बंधने वाले हैं. माना जा रहा है कि साल 2018 की ये सबसे चर्चित शादी होगी. तो इंतजार कीजिए मई का जब पूरी दुनिया बनेगी इस शाही शादी की गवाह.
- दुनिया में बचे रह सकेंगे टाइगर्स
हमारी उल्टी सीधी विकास की कहानियों और योजनाओं का बेहद गंभीर असर जंगल और जंगली जानवरों पर पड़ रहा है. हम अपने बच्चों को जंगल के राजा शेर की कहानी खूब सुनाते हैं. शेर एक जंगली जानवर भर नहीं हमारी किस्से कहानियों औऱ जिंदगी का अहम हिस्सा रहा है. लोग अपनी शख्सियत को शेर जैसी ताकतवर दिखाने के लिए न जाने कितने भारी भरकम डायलाग चेंपते रहते हैं. शायद ही किसी का ध्यान इस बात पर गया हो कि जंगल का राजा धीरे धीरे हमारी दुनिया से विदा लेने की कगार पर है. जब टाइगर्स की कम होती संख्या के आंकड़े मीडिया में आने शुरू हुए तो सरकार चौकन्नी हुई. इस साल हम इस बात पर खुश हो सकते हैं कि हमारे देश में टाइगर्स की आबादी में 30 फीसदी की ग्रोथ हुई है. अब हमारे देश में इनकी आबादी बढ़कर 2,226 हो गई है. कई सारे टाइगर रिजर्व में नन्हें मेहमानों की आमद साल 2018 में होने की खबरें हैं. हम उम्मीद करते हैं टाइगर सिर्फ किस्से कहानियों का हिस्सा नहीं रहेंगे बल्कि हमारी आगे आने वाली पीढ़ी इन्हें अपनी आंखों से देख सकेगी.
9. पिछले सात सालों में एक भी पोलियो केस नहीं, उम्मीद है इस साल भी रिकार्ड कायम करेंगे
पोलियो देश की एक पूरी की पूरी पीढ़ी को बर्बाद करने में जुटा था. हमारे माथे पर ये ऐसा कलंक था जिसे मिटाना बेहद जरूरी थी. सरकार ने इसके लिए पूरी मशीनरी झोंक रखी थी. सरकार की कोशिशें रंग लाई और पिछले सात सालों से देश में एक भी पोलियो का मामला नहीं नजर आया. उम्मीद करते हैं साल 2018 में भी ये परंपरा कायम रहेगी और पोलियो रहित देश हम इस साल भी बने रहेंगे.
10. बैंगलोर होगा बायोमैट्रिक सिस्टम से एंट्री देने वाला पहला एअरपोर्ट
बैंगलोर अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट देश का ऐसा पहला एयरपोर्ट बन जाएगा जो आधार पर अंकित बायोमेट्रिक पहचान के आधार पर बोर्डिंग देगा. ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि बिभिन्न जांच प्रक्रिया में लगना वाले समय को बचाया जा सके. इससे न सिर्फ आपको जांच के नाम पर घंटों लाइन में लगे रहना पड़ेगा बल्कि बिना वक्त गंवाए आप एयरपोर्ट पर अपनी फ्लाइट पकड़ सकेंगे. ये सुविधा बैंगलोर एयरपोर्ट पर इस साल जून से लागू हो रही है. माना जा रहा है कि देश के अन्य एयरपोर्ट में भी ये सुविधा धीरे-धीरे लागू की जाएगी.