प्रयागराज. विश्व के सबसे बड़े मेले महाकुंभ (Kumbh 2025) में अब गूगल लोगों को उनकी मंजिल तक पहुंचाएगा. अब आप ना भटकेंगे और ना ही गुम होंगे. पहली बार मेले के हर मुख्य मार्ग, गाटा मार्ग, शिविर और घाटों की गूगल मैपिंग होगी. जिसकी मदद से श्रद्धालु आसानी से अपने कैंप या मनचाहे मार्ग पर पहुंच सकते हैं. इस व्यवस्था को लेकर मेला प्राधिकरण और गूगल इंडिया के अफसरों के बीच बातचीत हो चुकी है. माना जा रहा है कि मेला बसाने के साथ ही गूगल मैपिंग का काम शुरू हो जाएगा.

बता दें कि उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार 13 जनवरी, 2025 से शुरू हो रहे महाकुंभ मेले को भव्य बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है. महाकुंभ मेला-2025 (Kumbh 2025) को दिव्य-भव्य बनाने के लिए सीएम योगी के विजन अनुसार विस्तृत कार्ययोजना का निर्माण हुआ था, जिस पर विभिन्न विभागों द्वारा कार्य शुरू कर दिया गया है. इस क्रम में, उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा महाकुंभ मेला क्षेत्र में 5 एकड़ एरिया में संस्कृति ग्राम का निर्माण किया जाएगा. यह संस्कृति ग्राम कई मायने में विशिष्ट होगा और यहां 45 दिनों तक एक्जिबिशन समेत विभिन्न सांस्कृतिक आयोजन होंगे.

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खास बात ये है कि संस्कृति ग्राम में ऑग्युमेंटेड रिएलिटी (एआर) व वर्चुअल रिएलिटी (वीआर) के जरिए महाकुंभ के विभिन्न सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और ऐतिहासिक पहलुओं को दर्शाया जाएगा. इतना ही नहीं, महाकुंभ मेला क्षेत्र में 30 भव्य कॉन्सेप्च्युलाइज्ड गेट का भी निर्माण होगा जो कि त्रिशूल, स्वास्तिक, कल्पवृक्ष, डमरू समेत विभिन्न आध्यात्मिक थीमों पर बेस्ड होगा. इन सभी कार्यों को पूरा करने के लिए उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा एजेंसी निर्धारण व कार्यावंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.