स्पोर्ट्स डेस्क– आईपीएल का सीजन कोई भी हो, चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम एक ऐसी टीम है जो हमेशा सुर्खियों में रहती है इस टीम के कप्तान एम एस धोनी हैं और वो अक्सर सुर्खियों में बने रहने वाले खिलाड़ी हैं, इस बार भी चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम सुर्खियों में हैं, इस बार हर कोई एम एस धोनी की  कप्तानी और उनके खेल को देखने को बेकरार है वजह है एम एस धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है, इसके अलावा इस बार एम एस धोनी की कप्तानी इसलिए भी देखने वाली होगी क्योंकि टीम में ज्यादातर उम्रदराज खिलाड़ी हैं, हर बार की तरह इस बार भी टीम में ज्यादातर खिलाड़ी उम्रदराज हैं लेकिन साल 2018 का खिताब चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम ने अपने इन्हीं उम्रदराज खिलाड़ियों के दम पर ही जीता था, इसके अलावा इस बार टीम में सुरेश रैना जो नंबर-3 पर कमाल की बल्लेबाजी करते आए हैं वो भी नहीं हैं, टीम से हरभजन सिंह भी बाहर हो चुके हैं, ऐसे में एम एस धोनी पर सबकी नजर है, कि अब इस परिस्थिति में एम एस अपनी टीम को किस तरह से संभालते हैं। एक स्पोर्ट्स चैनल में टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ कहते हैं कि धोनी को मैं एक बतौर कप्तान के तौर पर तो जानता हूं, उनके पास अनुभव की भरमार है, लेकिन उनके पास बाकी के अनुभवी खिलाड़ी भी हैं, और यहां देखने वाली बात तो ये होगी कि वो इस बार अपनी टीम के अनुभवी खिलाडियों को मैदान पर संभालते कैसे हैं, मैं इसे देखने लिए बेसब्र हूं, बांगड़ ने कहा कि वो 39 साल के धोनी को किसी और विभाग में परेशान होते नहीं देखते हैं।

बांगड़ एम एस धोनी को लेकर आगे कहते हैं कि मुझे नहीं लगता कि इन अनुभवी खिलाड़ियों के साथ उन्हें बल्लेबाजी या गेंदबाजी को लेकर किसी तरह की परेशानी नहीं आएगी, टी-20 फॉर्मेट में खिलाड़ी की फुर्ती काफी मायने रखती है और फील्डिंग एक अहम रोल निभाती है, वो सीनियर खिलाड़ियों को मैदान पर कहां लगाते हैं, ये देखना होगा, मुझे लगता है कि कप्तान के तौर पर ये उनका सबसे चैलेंजिंग काम होगा।