रायपुर। हेलीकॉप्टर दुर्घटना में पायलटों के निधन को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अत्यंत पीड़ादायक बताते हुए शोक व्यक्त किया है. उन्होंने पायलट पांडा के उनके साथ सालों तक बतौर हेलीकॉप्टर पायलट रहने का जिक्र करते हुए कहा कि उनका जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है.

पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने लल्लूराम डॉट से अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि मेरे मुख्यमंत्री रहने के दौरान करीब आठ-दस साल तक पांडा पायलट रहे. एक बार बस्तर से लौटते वक़्त चापर एयर पॉकेट में फँस गया था. तीस-चालीस फ़ीट नीचे तक आ गया, ऐसी स्थिति में कई बार कंट्रोल ख़त्म हो जाता है, लेकिन पांडा अनुभवी पायलट थे, बड़ी कुशलता ने उन्होंने स्थिति सम्भाली और सकुशल रायपुर में लैंड कराया. उनका जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है.

हेलीकॉप्टर दुर्घटना में दिवंगत पायलटों का मेकाहारा में पोस्टमार्टम किया जा रहा है. इस दौरान रमन सिंह भी पहुंचे थे. उनके साथ विधायक कुलदीप सिंह जुनेजा और संजय श्रीवास्तव भी मौजूद थे.