रायपुर। पूर्व मंत्री राजेश मूणत राज्य सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए टेंडर प्रक्रिया के बगैर विभिन्न कार्यों का लोकार्पण करने का आरोप लगाया है. मूणत ने सवाल किया है कि आखिर वह कौन सी एजेंसी थी, जिसने बगैर टेंडर के काम कर लिया.
पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने पत्रकार वार्ता में कहा कि देवेंद्र नगर चौक, ग्लोबल चौक और सड़क चौड़ीकरण का लोकार्पण बगैर टेंडर प्रक्रिया करा दिया गया. कौन सी एजेंसी थी, जिसने बगैर टेंडर के काम कर लिया. लोकार्पण के 13 दिन बाद 71 लाख 29 हजार रुपये के काम के लिए 7 दिसंबर तक निविदा डाली जानी है. निविदा खुलने की आख़िरी तारीख 10 दिसंबर है, जबकि ये तीनों काम खत्म हो चुके हैं.
उन्होंने कहा कि इसी तरह देवेंद्र नगर तिराहा में आइलैंड निर्माण, स्कल्पचर कार्य तथा लैंड सकेपिंग और गार्डनिंग के लिए 42 लाख रुपए की निविदा 23 दिसम्बर तक डाली जानी है, जो 26 दिसंबर को खुलेगी. जबकि इसका भी लोकार्पण किया जा चुका है. मुख्यमंत्री समेत सरकार के कई मंत्री इसमें लोकार्पण कार्यक्रम में गए थे. इसके पहले भी टेंडर प्रक्रिया को लेकर बीजेपी ने सवाल उठाया था.
पूर्व मंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत टेंडर में हुई अनियमितता की शिकायत पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने केंद्र सरकार से किया था. क्या ये भ्रष्टाचार नहीं है कि टेंडर के पहले ही काम पूरा हो जाए. स्मार्ट सिटी को लेकर बीजेपी पार्षद दल ने कमिश्नर से बात की है. बूढ़ातालाब को लेकर भी कई सवाल हैं. पहले और दूसरे फेज के टेंडर में कौन-कौन से काम कराए जा रहे हैं, ये स्पष्ट किया जाए.
उन्होंने कहा कि मौलश्री विहार के पास सीसी रोड बनी है. उसे उखाड़कर डामरीकरण किया जा रहा है. जबकि उसे उखड़े बगैर डामरीकरण किया जा सकता है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के संरक्षण में भ्रष्टाचार किया जा रहा है. हमारी मांग है इस पर सरकार कार्रवाई करे. यदि इस पर कार्रवाई नहीं की गई तो बीजेपी कोर्ट का दरवाजा भी खटखटा सकती है.
महापौर ढेबर ने दिया यह जवाब
पूर्व मंत्री राजेश ढेबर के आरोप पर जवाब देते हुए कांग्रेस महापौर एजाज ढ़ेबर ने कहा है कि काम नियम और प्रक्रिया के तहत ही हुए हैं. लोकार्पण के लिए जो छोटी-मोटी जरुरतें थीं, वहीं राशि खर्च की गयी है. सवाल उठाने के पहले राजेश मूणत को पीडब्ल्यूडी मंत्री रहते बनाए गए एक्सप्रेस-वे और स्काईवाक की हालत को देखना चाहिए.