इस्‍लामाबाद। पाकिस्‍तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. एंटी-टेररिज्‍म एक्‍ट की धारा 7 के तहत मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने आवास में पहुंची थी, लेकिन बड़ी संख्या में समर्थकों के जमावड़े को देखते हुए कोशिश नाकाम रही. इस बीच इमरान खान के समर्थकों ने गिरफ्तार किए जाने पर राजधानी इस्लामाबाद पर कब्जे की चेतावनी दी है.

दरअसल, पाकिस्तान तहरीके इंसाफ (PTI) के एक बड़े नेता शहबाज गिल की गिरफ्तारी के खिलाफ इमरान खान ने इस्लामाबाद में 20 अगस्त को एक बड़ी रैली की थी. इसका तमाम टीवी न्यूज चैनलों ने सीधा प्रसारण किया था. रैली के दौरान इमरान खान ने इस्लामाबाद पुलिस के बड़े अधिकारियों और जज को धमकाना शुरू कर दिया था. इस पर इस्लामाबाद पुलिस ने संज्ञान लेते हुए अधिकारियों और जजों को डराने-धमकाने और देश में शांति भंग करने के मामले में एंटी टेरर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. इस बाबत देर रात इस्लामाबाद के आईजी की ओर से अरेस्ट वारंट जारी करने की जानकारी दी गई, जिसके बाद से पाकिस्तान में सियासी कोहराम मचा हुआ है.

PTI नेता लगातार ट्वीट कर रहे हैं कि इमरान खान की गिरफ्तारी बर्दाश्‍त नहीं की जाएगी. अली अमीन गंडापुर ने पुलिस को धमकाया कि वह राजनीतिक युद्ध का हिस्‍सा ना बने. उन्‍होंने अपने ट्वीट में कहा कि अगर इमरान खान को आयातित सरकार गिरफ्तार करती है तो हम इस्‍लामाबाद कब्‍जा लेंगे. और पुलिस को मेरा संदेश है कि इस राजनीतिक युद्ध का आगे हिस्‍सा ना बने नहीं तो हम आपसे PDM (सत्ताधारी गठबंधन) कार्यकर्ताओं की तरह पेश आएंगे, पुलिस की तरह नहीं. PTI और PDM की लीडरशिप को लड़ने दीजिए और इस बार फैसला हो ही जाने दीजिए.

भाषणों का नहीं होगा लाइव प्रसारण

इमरान खान के रैली के दौरान अधिकारियों और जजों को डराने-धमकाने के मामले में इधर पुलिस ने मामला दर्ज किया है, तो दूसरी ओर पाकिस्तान की इलेक्ट्रानिक मीडिया नियामक प्राधिकरण (PEMRA) ने उनके भाषणों के लाइव प्रसारण पर रोक लगा दी है. पेमरा ने कहा कि इमरान निराधार आरोप लगा रहे हैं, और उकसावे वाले बयान दे रहे हैं. इससे कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती है.

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