लोकेश साहू,धमतरी। अपनी बेबाक बयानबाजी को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले प्रदेश के आबकारी मंत्री कवासी लखमा का एक बार फिर बड़ा बयान सामने आया है. मंत्री लखमा ने प्रतिबंधित जर्दायुक्त गुटखा पर सीधी कार्रवाई करने और प्रदेश के 49 बीयर बार को भी एक मार्च से बंद करने की बात कही है.

छत्तीसगढ़ में जर्दायुक्त गुटखा पर प्रतिबंध लगा हुआ है. इसके बाद भी ठेलों और दुकानों में खुलेआम जर्दायुक्त गुटखा की बिक्री हो रही है. जिसके चलते शासन प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल उठते रहे हैं. सरकार पर उठ रही उंगलियों के बीच प्रदेश के आबकारी और उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए बड़ा बयान दिया है. मंत्री ने कहा है कि सरकार ने जर्दायुक्त गुटखा पर प्रतिबंध लगाया है. लेकिन इसका असर अभी दिखाई नहीं पड़ रहा है. बजट सत्र के बाद असर दिखेगा और जर्दायुक्त गुटखा पर कार्रवाई करते हुए इसकी बिक्री करने वाले लोगों को सीधे जेल भेजा जाएगा.

शराबबंदी को लेकर उन्होंने अपना पुराना बयान दोहराते हुए कहा कि सरकार की घोषणा पत्र में शराबबंदी है. लेकिन इसे नोटबंदी की तरह एक रात में बंद नहीं करेंगे, बल्कि सभी राजनीतिक दलों को लेकर आगे बढ़ेंगे. उन्होंने आबकारी विभाग को मिलने वाली राशि में से 300 करोड रुपए छत्तीसगढ़ वासियों के हित में घुरूवा निर्माण के लिए देने की बात कही है. अवैध खोमचे पर भी कार्यवाही करते हुए सीधे जेल भेजने की बात भी उन्होंने कही.

साथ ही कहा कि पिछली बार 50 दुकाने बंद हुई थी. इस बार 49 बीयर बार बंद हो जाएंगे. मंत्री ने कहा कि बीयर बार के नाम पर कलेक्टर से लाइसेंस मिल जाता है. फिर बीयर बार की आड़ में महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की अवैध शराब की बिक्री की जाती है. ऐसे बीयर बार 1 मार्च से बंद हो जाएंगे.