रायपुर. ख़बर है कि कांग्रेस के करीब 15 विधायक ख़तरे में हैं. सूत्रों के मुताबिक इन विधायकों की टिकट कट सकती हैं. चुनाव समिति द्वारा टिकटों के दावेदार के जो पैनल बनाए गए हैं. उसमें इन विधायकों को खतरे में मानते हुए उनके साथ दूसरे उम्मीदवारों को भी जगह दी गई है. इस ख़बर के बाद विधायकों में खलबची मची है. 
माना जा रहा है कि इन विधायकों की टिकटों पर फैसला सर्वे के आधार पर लिया जाएगा. कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व पहले ही संकेत दे चुका है कि करीब 10 विधायकों की टिकटें कट सकती हैं. लेकिन ये संख्या अब बढ़ सकती है. 
गौतरलब है कि 2013 में कांग्रेस के 39 विधायक जीते थे. इसमें से अमित जोगी को पार्टी से निकाला जा चुका है. जिसके बाद अजीत जोगी ने अपनी नई पार्टी बनाई. इसमें उनके साथ दो और विधायक आरके राय और सियाराम कौशिक जा चुके हैं. अमित जोगी की मां रेणु जोगी को भी कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व टिकट देने के मूड में नहीं है. ऐसे में करीब 35 मौजूदा विधायक ही हैं जिन पर कांग्रेस चुनाव समिति चर्चा कर रही है.
ये सभी कांग्रेस की टिकट के दावेदार हैं. इसमें से करीब 43 फीसदी विधायकों की टिकट ख़तरे में है. खबर है कि जिन सीटों पर विधायक खतरे में वहां पार्टी ने युवा और नये चेहरों की तलाश शुरु कर दी है.
उधर, बीजेपी के अंदरखाने की ख़बरों के मुताबिक पार्टी ज्यादातर सीटों पर नए उम्मीदवार मैदान में उतरेगी. चर्चा के मुताबिक अमित शाह के फॉर्मूले के हिसाब से आधे से ज़्यादा नए चेहरों पर बीजेपी दांव लगा सकती है. बीजेपी को उम्मीद है कि ऐसे करके वो एंटी इनकंबेंसी को कम कर सकती है. अगर ऐसा होता है तो विधानसभा चुनाव का मुकाबला बिल्कुल दिलचस्प हो जाएगा.