रायपुर। सांसद रहते हुए 2018 का विधानसभा चुनाव भले ही विक्रम उसेंडी नही जीत पाएं लेकिन उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी जरूर हासिल कर ली. उन परिस्थितियों के बीच में जब अध्यक्ष बनने के उनके सामने बृजमोहन अग्रवाल जैसे दिग्गज नेता, ननकी राम कंवर और रामविचार जैसे वरिष्ठ आदिवासी नेता सामने थे. ऐसे में राष्ट्रीय नेतृत्व ने विक्रम उसेंडी पर एक बड़ा दांव लोकसभा चुनाव के मद्देनजर नेतृत्व सौंपकर खेला है. अब उसेंडी की जिम्मेदारी है कि वो विधानसभा में पार्टी को मिली करारी हार को लोकसभा में 11 सीट जीतकर हमेशा के लिए उसे भूला दे.

प्रदेश अध्यक्ष बनते ही विक्रम उसेंडी ने स्वराज एक्सप्रेस से खास-बातचीत की. इसमें उन्होंने राष्ट्रीय नेतृत्व के प्रति आभार जताते हुए कहा कि जिस जिम्मेदारी के साथ उन्हें कमान दिया गया है अब उस पर खरा उतरना ही प्राथमिकता है. उन्होंने यह भी माना छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार चुनौती है लेकिन लोकसभा जीतेंगे हम ही. और क्या कुछ कहा उसेंडी ने सुनिए पूरी बातचीत
[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=pgttM6pjBRg[/embedyt]