रायपुर। छत्तीसगढ़ संवाद के पूर्व सीईओ राजेश सुकुमार टोप्पो की हवाई यात्राओं की चर्चा जोरों पर है. खबर है कि राज्य शासन ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है. संवाद के आंतरिक सूत्र बताते हैं कि टोप्पो की यात्राओं की फाइल खोली गई है, जिसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. बताते हैं कि 20 अक्टूबर 2016 से लेकर 15 अक्टूबर 2018 के बीच राजेश टोप्पो ने संवाद के खर्च पर कुल 106 हवाई यात्राएं की है. इन यात्राओं के ऐवज में ट्रेवल एजेंसी को करीब दस लाख का भुगतान किया गया है. राजेश टोप्पो की यात्राओं में होटल के लिए करीब डेढ़ लाख रूपए की राशि खर्च की गई, जबकि उन्हें पात्रता केवल 87 हजार रूपए की थी. दस्तावेज बताते हैं कि इन यात्राओं के दौरान स्थानीय स्तर पर परिवहन के लिए करीब चार लाख रूपए खर्च कर दिए गए. जबकि नियमानुसार कुल 20 हजार रूपए की पात्रता थी. 

करीब दो साल में 106 हवाई दौरों का अनुमान से सालाना उन्होंने 50 दौरे किए. यानी प्रति महीने 4 दौरे और प्रति सप्ताह एक दौरा. छत्तीसगढ़ संवाद में सामने आए दस्तावेजों में यह तथ्य भी उजागर हुए हैं कि टोप्पो अपने दौरे के दौरान झारंखड भी जाया करते थे. ऐसे में यह जांच की जा रही है कि झारखंड में राज्य शासन के किस काम के लिए वह लगातार जाया करते थे. बता दें कि झारखंड उनका होम स्टेट है. 
 
नहीं ली सक्षम अधिकारी से अनुमति
दस्तावेजों में इस बात का कहीं प्रमाण नहीं पाया गया है कि उक्त सभी दौरों के लिए उन्होंने सक्षम अधिकारी से अनुमति ली हो. सरकार के आला अधिकारी बताते हैं कि राज्य के बाहर यात्रा के लिए सक्षम स्वीकृति प्राप्त की जानी चाहिए. लेकिन राजेश टोप्पो ने यात्रा के लिए कभी भी सक्षम अधिकारी से किसी तरह की अनुमति नहीं ली, जो यात्रा भत्ता के नियमों का उल्लंघन है. 
 
आर्थिक अनियमितता मामले में ईओडब्ल्यू में दर्ज है एफआईआर
संवाद के पूर्व सीईओ राजेश टोप्पो पर आर्थिक अनियमितता के मामले में ईओडब्ल्यू में नामजद एफआईआर दर्ज किया गया है. दो अलग अलग मामलो में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा, 7C , 13 (A) के तहत मामला दर्ज किया है. सरकार की ओर से EOW के अधिकारी जीवन प्रकाश कुजूर ने यह एफआईआर दर्ज कराई गयी है.