रायपुर। कानून के हत्थे एक ऐसा व्यक्ति चढ़ा है जो कि खुद दूसरों को कानून की शिक्षा दिया करता था. लेकिन कानून की शिक्षा देने वाला खुद ही कानून को ताक पर रखकर गैर कानूनी कार्य कर रहा था लेकिन कानून के लंबे हाथों से बच न सका.

हम बात कर रहे हैं पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के लॉ डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर पदस्थ डॉ आलेख कुमार साहू की. आलेख कुमार साहू पिछले 14 सालों से विधि विभाग में पदस्थ है. आरोप है कि असिस्टेंट प्रोफेसर ने नौकरी लगाने के नाम पर दर्जनों लोगों को अपने झांसे में ले लिया और उनसे लाखों रुपए की ठगी की. बताया जा रहा है कि एक व्यक्ति से आरोपी ने 2 से 3 लाख रुपए की वसूली की. इस लिहाज से आरोपी ने बेरोजगार युवक-युवतियों से तकरीबन 1 करोड़ रुपए की वसूली कर ली. वहीं आरोपी ने कईयों को पैसा वापस करने का चेक भी दिया लेकिन वह भी बाउंस हो गया. जिसके बाद आरोपी के खिलाफ बड़ी संख्या में लोगों ने न्यायालय की शरण ली.

डॉ आलेख कुमार साहू

सरस्वती नगर पुलिस के अनुसार आरोपी के खिलाफ कोर्ट से दर्जनों समन आ चुके हैं वहीं उनकी पत्नी के खिलाफ भी चेक बाउंस के कई मामले हैं.

उधर यूनिवर्सिटी के लॉ विभाग में काम करने वाले लोगों के द्वारा बताया जा रहा है कि आरोपी पिछले कुछ महीनों से विश्वविद्यालय नहीं आ रहा है. उसने मेडिकल लीव ली थी लेकिन उसका भी समय समाप्त हो गया है. लिहाजा एक बार फिर उन्हें अनुपस्थित रहने पर नोटिस भेजी जा रही है. इस असिस्टेंट प्रोफेसर के कारनामों के चर्चे उनके डिपार्टमेंट के साथ ही छात्रों के बीच भी है. छात्रों ने बताया कि आए दिन कोई न कोई व्यक्ति उन्हें खोजता हुआ यहां पहुंचता है.

फिलहाल सूत्रों के मुताबिक आरोपी क्राइम ब्रांच के हिरासत में है जहां उससे पूछताछ की जा रही है.