रायपुर। अक्सर किन्हीं न किन्हीं वजहों को लेकर विवादों में रहने वाले आरटीओ पर गाड़ियों के फिटनेस को लेकर भी आरोप लगते रहते हैं. आरोप बगैर गाड़ी चेक किए फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने का लगाया जाता रहा है. लेकिन अब रायपुर आरटीओ खुद को अपग्रेड करने में लगा हुआ है.
अब गाड़ियों की फिटनेस कोई व्यक्ति नहीं बल्कि मशीनें चेक करेंगी. इसके लिए आरटीओ में बकायदा इंटीग्रेटेड फिटनेस सेंटर तैयार किया जा रहा है. पीडब्लूडी के द्वारा इसका निर्माण किया जा रहा है. अगस्त के पहले इसके बनकर तैयार हो जाने की उम्मीद जताई जा रही है.
इस आटोमेटड फिटनेस सेंटर में आई कैट मशीनें लगाई जाएंगी जिसमें मशीनें ही गाड़ियों का फिटनेस चेक करेंगी. आईकैट मशीन द्वारा अलॉयमेंट, पॉल्यूशन, ब्रेक सहित गाड़ी के सारे पार्ट को चेक किया जाएगा. आरटीओ पुलक भट्टाचार्य के मुताबिक अगर गाड़ी के किसी भी पार्ट में कोई खराबी होगी तो मशीन द्वारा उसे डिटेक्ट कर लिया जाएगा. किसी तरह की खराबी आने से उस गाड़ी का फिटनेस सर्टीफिकेट निरस्त कर दिया जाएगा. जिसके बाद वाहन चालक को सर्विस सेंटर जाकर वाहन को दुरुस्त कराकर पुनः उसे आरटीओ लाकर फिटनेस चेक कराना होगा.
आपको बता दें कि पहले आरटीओ इंस्पेक्टर के ऊपर फिटनेस चेक करने का जिम्मा रहता था. अक्सर आरोप लगते थे कि बगैर गाड़ी चेक किए सर्टिफिकेट जारी कर दिए जाते थे लेकिन अब सभी वाहन मालिकों को आरटीओ में अपनी गाड़िया लानी पड़ेगी.
गौरतलब है कि सड़कों में होने वाली अधिकतर दुर्घटनाओं के पीछे गाड़ियों की सही फिटनेस नहीं होने की वजह सामने आती रही है. इन दुर्घटनाओं में बड़ी संख्या में जान-माल की हानि भी होती रही है.