रायपुर। राजधानी के थाने इतने मालामाल हैं कि खुद थानेदारों को भी इसका तनिक भी आभास नहीं.  इनमें से कई थानों में पड़े हैं सोना-चांदी, हीरे-मोती के जवाहरात तो किसी में मूंगा-माणिक्य. राजधानी पुलिस के पास ये खजाना किसी खुदाई में नहीं बल्कि अपराधियों से बरामद हुए हैं. दरअसल बरसों से थानों में चोरी, तस्करी इत्यादि के प्रकरणों में सोना-चांदी सहित हीरा जवाहरात जब्त किए गए थे.

अब आला अधिकारियों द्वारा थानों में मौजूद इन खजानों की सूची तैयार करवाई जा रही है. जिसका जिम्मा थानेदारों को दिया गया है. इन खजानों की सूची तैयार होने के बाद इन्हें न्यायालय में प्रस्तुत कर इन्हें सरकारी मालखाने में जमा किया जाएगा. वहीं खबर यह भी है कि मालखाने भी कीमती चीजों से अटे पड़े हैं लिहाजा भविष्य में सरकार इनकी नीलामी पर भी फैसला ले सकती है.

आपको बता दें कि राजधानी के थाने शराब, गांजा, गाड़ियों और दस्तावेजों से अटे पड़े हैं जिसे देखते हुए अभी हाल ही में आला अधिकारियों ने थानेदारों को इनकी सूची बनाने का निर्देश दिया. सूची मिलने के बाद मादक पदार्थों को नष्टीकरण के लिए न्यायालय से अनुमति ली गई थी. अनुमति मिलने के बाद पुलिस ने अलग-अलग दो चरणों में पहले दो लाख लीटर से भी ज्यादा की शराब को नष्टीकरण किया.

शराब नष्टीकरण के बाद थानों में पड़े गांजा,चरस और ब्राऊन शुगर को एक निजी फैक्ट्री के फर्नेस में जलाकर नष्ट किया गया. इसके बाद पुलिस थानों में सालों से जब्त की गई गाड़ियों को नीलाम किया गया जिससे एक बड़े राजस्व की शासन को प्राप्ति हुई है.