रायपुर। दुर्ग आईजी जीपी सिंह के समक्ष आत्मसमर्पित करने वाले 47 लाख रुपए के ईनामी नक्सली नेता पहाड़ सिंह उर्फ कुमार साय 15 दिन पहले ही आत्मसमर्पण कर चुके थे. लेकिन आत्मसमर्पण का खुलासा कल गुरुवार को आईजी ने प्रेस कांफ्रेंस के साथ किया. लेकिन सवाल ये उठ रहा होगा कि जब 15 दिन पहले पहाड़ सिंह पुलिस के पास पहुँच गया था तो फिर इतने दिन वो था कहां ? वैसे तो इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं कि इस दौरान पहाड़ सिंह कहा रहा लेकिन पुलिस के पुख्ता सूत्रों के मुताबिक पहाड़ सिंह पुलिसिया मेहमान बनकर रहे. पहाड़ सिंह की एक तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हुई है जिसे देखकर लग रहा है कि समपर्ण के बाद वे मेहमान की तौर फिर रहे हैं. तस्वीर में वे अपनी बेटी के साथ सेल्फी लेते दिख रहे हैं.

कहा जा रहा था कि जो फोटो वायरल हो रही थी वह राजनांदगांव जिले के एक बड़े पुलिस अधिकारी के बंगले की है. उस अधिकारी ने बड़े ही खुफिया तरीके से पहाड़ सिंह को छिपाया था, लेकिन उसकी फोटो वायरल हो गई. जो फोटो वायरल हो रही थी उसमें एक महिला द्वारा ली गई सेल्फी थी जिसमें कि पहाड़ सिंह एक लग्ज़री सोफा में लेटे हुए था और सेल्फी एक महिला ने ली थी. आईजी जीपी सिंह ने इस बात को जरुर स्वीकारा की फोटो में जो महिला दिख रही है वह उसकी बड़ी बेटी है. खबर तो यह भी थी कि पहाड़ सिंह को पुलिस ने जंगल में उनके द्वारा छिपाए गए उन करोड़ों रुपए के बरामदगी के लिए लंबे समय तक रखा गया था. हालांकि पुलिस कह रही है कि 1 दिन पहले उसने सरेंडर किया है.

आईजी जीपी सिंह से सरेंडर की वास्तविकता के बारे में पूछा गया तो उन्होंने हँस कर टाल दिया और कहा कि वो जो बता रहे हैं वही वास्तविकता है. इसके साथ ही उनसे यह भी पूछा गया कि पहाड़ सिंह का राजस्थान के जयपुर में इलाज कराने वाले उस व्यापारी के खिलाफ भी कोई कार्रवाई की गई है क्या तो उन्होंने जानकारी से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि ऐसी कोई जानकारी अभी नहीं मिली है. नक्सलियों की मदद करने वालों की जानकारी मिलने पर उन पर भी कार्रवाई होगी.