रायपुर- अंत्योदय एक्सप्रेस के शुभारंभ के मौके पर पधारे रेल राज्य मंत्री राजेन गोहांई के सत्कार में रेलवे के जिम्मेदार अधिकारी इतने बेसुध हो गये कि ये 12549 दुर्ग-जम्मूतवी एक्सप्रेस ट्रेन में एक बोगी लगाना ही भूल गये.आज दुर्ग से रवाना हुई दुर्ग-जम्मूतवी एक्सप्रेस में उस समय हडकंप मच गया,जब एस-10 में रिजर्वेशन कराने वाले यात्रियों को इस नंबर की बोगी ही नहीं मिली.इस ट्रेन में हमेशा स्लीपर की दस बोगियां लगाई जाती हैं,लेकिन आज यात्री उस समय दंग रह गये जब उन्होनें देखा कि एस-9 के बाद इस ट्रेन में एस-10 नंबर की बोगी ही गायब है.

दुर्ग से बिलासपुर पहुंचने के बाद जब बिलासपुर में कुछ यात्री ट्रेन पर सवार हुए,तो उन्होनें एस-10 नंबर की बोगी के बारे में जिम्मेदार लोगों से जानकारी मांगी,लेकिन रेलवे के अधिकारी इस बात पर बगलें झांकने लगे.टीटीई यात्रियों को सफाई देते रहे कि आज रेल राज्य मंत्री के आगमन के चलते अधिकारी व्यस्त रहे,इसलिये शायद बोगी लगाना भूल गये.यात्रियों ने ट्रेन में मौजूद टीटीई से अपना टिकट दिखाकर टिकट मांगने लगे,लेकिन टीटीई भी सोच में पड़ गये कि इन यात्रियों का अब वे क्या करें.ऐसी स्थिति में यात्रियों ने हंगामा मचाना शुरु किया. कुछ यात्रियों ने लल्लूराम डॉट कॉम को फोन पर इस बात की सूचना दी और कहा कि हमने दो महीने पहले से ट्रेन में रिजर्वेशन कराया था,लेकिन आज हमारे छोटे-छोटे बच्चे सीट नहीं मिलने से परेशान हो रहें हैं.एस-10 में रिजर्वेशन कराने वाले यात्रियों में से कुछ एस-9 में घुसे हैं,तो कुछ एस-8 में घुसे हैं.ऐसे में इन बोगियों में रिजर्वेशन कराने वाले यात्री भी परेशान हो रहें हैं.आनन फानन में ट्रेन में मौजूद खाली सीटों पर इन यात्रियों को एडजस्ट करने की कोशिश की जा रही है.

इस बारे में हमने सीनियर डीसीएम तन्मय मुखोपाध्याय से जानकारी चाही,तो उन्होनें इस तरह की किसी भी जानकारी होने से इंकार कर दिया और कहा कि मैं पता लगाता हूं कि ऐसा हुआ कैसे.बाद में उन्होनें फोन करके बताया कि कुछ दिनों पहले से इस ट्रेन में एक बोगी कम कर दी गई है और कुल नौ बोगियों में आठ-आठ सीट बढ़ाकर दस बोगियों के यात्रियों को बिठाने की व्यवस्था की गई है.उन्होनें कहा कि यात्रियों को एसएमएस के माध्यम से ये सूचना भेज दी गई थी कि उनका बर्थ रिएलॉट किया गया है. तन्मय मुखोपाध्याय द्वारा दी गई इस सफाई पर जब हमने फिर यात्रियों से बात की,तो उनका कहना था कि ऐसा कोई एसएमएस नहीं आया है और न ही बोगियों में सीटों की संख्या बढ़ाई गई है.साफ है कि अब अधिकारी अपनी गलती को छिपाने के लिये कुछ भी सफाई दे रहें हैं.

इसी प्रकार रायपुर रेल मंडल के डीआरएम ने भी इस बात पर अनभिज्ञता जताई और कहा कि मैं वस्तुस्थिति पता करता हूं.